ब्रह्म ज्ञान की सीढिय़ां कोई कोई विरला चढ़े : भुवनेश्वरी जी

होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़)रिपोर्ट: गुरजीत सोनू। सत्गुरू सेवा समिति होशियारपुर द्वारा करवाए जा रहे 15वें वार्षिक कार्यक्रम पांच शाम कन्हैया के नाम की विधीवत शुरूआत प्रमुख व्यवसाई एवं धर्म प्रेमी मुनीष गुप्ता (बिल्ला ब्रिकस)एवं उनकी धर्मपत्नि कुशा गुप्ता द्वारा पूजन अर्चना के उपरांत तीक्षण सूद पूर्व राजनीतिक सलाहकार पूर्व मुख्यमंत्री पंजाब द्वारा ज्योति प्रज्वलित कर की। साध्वी भुवनेश्वरी जी ने कार्यक्रम की पहली सांय की शुरुआत श्री राम जय राम जय जय राम की धुन्न से की। उन्होंने कहा कि गतिशील है, वही जगत है।

Advertisements

और जब तक भगवान की कृपा न हो कुछ मिलने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि भगवान की कृपा हो, तभी संतों से मिलन होता है और संतों की कृपा हो तभी भगवान को पाया जा सकता है। राजा सुमंत का प्रसंग सुनाते हुए साध्वी जी ने कहा कि नाम की दौलत जिसके पास है, उसको और कुछ नहीं चाहिए। उन्होंने ऐ मन मेरे सांझ सवेरे मनदर्पण में झांका कर सुनाकर मंगमुग्ध कर दिया। उन्होंने वृदांवन में एक बुढिय़ा द्वारा नित्य प्रति कथा सुनने का व्याख्यान किया जिसे नित्य ही यमुना जी को पार करने के लिए किश्ती वाले को चिरागे के रूप में दो आने जाने को और दो आने आने के देने पड़ते थे- पंजी ने कथा में सुनाया कि राधे श्याम, राधे श्याम बोलोगे तो भव सागर से पार हो जाओगे।

बुढिय़ा जब वापिस आई तो उसने सोचा कि पंजी तो भव सागर से पार उतर जाने की बात कह रहे थे, यह तो छोटी सी यमुना जी है-वस्स विश्वास के सहारे ही वो बुढिय़ा यमुना जी पार कर गई। इस मौके संत बाबा रणजीत सिंह, प्रेम सिंह राजपुरोहित तिलक राज गुप्ता, राकेश शर्मा, हरीश पराशर, सुरेंद्र शर्मा, अमरजीत शर्मा, हरि राम, सोहन लाल, सोमनाथ, पुनीत, महिंद्र, अरूण, जीवन, संजीव, विनोद, कुश, जतिन, कुसुम, सुनीता, शशी, रेनू, सुमन, राज, नीलम आदि भी मौजूद थे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here