होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़)। दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा संरक्षण प्रकल्प के अंतर्गत अलग-अलग क्षेत्रो में स्वच्छता अभियान का कार्यक्रम किया गया। दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान एक धार्मिक एवं सामाजिक संगठन है। इस संगठन द्वारा पूरे भारत में समाजिक जागरूकता फैलाने हेतु भिन्न-भिन्न प्रकार के कार्यक्रम जैसे रक्तदान शिविर,नशा मुक्ति शिविर,वृक्षारोपण,कन्या भ्रूणहत्या के विरोध इत्यादि। इसी श्रंखला में आज स्मृति जंज घर हरियाना में स्वच्छता अभियान का कार्यक्रम किया गया।
जिसमें श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी सुश्री रुक्मणि भारती ने बताया कि स्वस्थ जीवन से स्वस्थ समाज की स्थापना हो सकती है। जिसका प्रयास तभी सफल हो सकता है जब हम अपने घर में साफ सफाई रखेंगे और अपने आस-पास के वातावरण को साफ रखेंगे। तभी हम बढ़ रहे प्रदूषण से लड़ रही जंग जीत सकते है और समाज को स्वच्छ वातावरण दे सकते है। हमारा सभी का यह प्रयास होना चाहिए कि हम अपने आस-पास के वातावरण को साफ रख सके। अघ्यात्म हमें यही सिखाता है कि हम आने बाली पीढ़ियों के लिए स्वस्थ वातावरण प्रकृति के संतुलन को बनाए रखें। हालांकि अब कुछ तकनीकी उन्नति मानव निर्मित चीजें वातावरण को कई प्रकार से विकृत कर रही हैं। मनुष्य अपने स्वार्थ के लिए भबिष्य में जीवन के अस्तित्व को भीतर में डाल रहा है। परन्तु आज मानव ही पर्यावरण से अनजान है। यह मुहिम पर्यावरण सन्दर्भ को आम आदमी तक ले जाने का प्रयास है।
विश्व में प्रकृति प्रकोप के कारण लाखों जानों की क्षति होना सभी राष्ट्रों को प्रकृति के प्रति संवेदनशील होने की चेतावनी है। आज जहाँ मानव सभ्यता प्राकृतिक असंतुलन की चरम सीमा ‘जलवायु परिवर्तन’ की गंभीर समस्या से जूझ रहा है ऐसे समय में भी विडंबना यह है कि मानव पर्यावरण की इस बढ़ती समस्या के पूर्ण स्वरूप से अभी भी अनजान है। उन्होंने कहा कि इस अनजानेपन के चलते ही विभिन्न योजनाओं के बाद भी पर्यावरण एवं प्राकृतिक संसाधनों का क्षय हो रहा है।
मानवीय समाज को बचाने के लिए शीघ्र ही कोई ठोस निवारण ढूंढने की आवश्यकता है क्यों कि महापुरुषों का कथन है जब वातावरण दूषित हो जाए और विचार बिगड़ जाते हैं तो मनुष्य पथ भ्रष्ट हो जाता है। हमें प्रारम्भ आज से ही करना पड़ेगा क्यों कि यह समस्या व्यक्ति विशेष की नहीं हैं अपितु पूरे मानव समाज की है।अंत में उन्होने क हा कि पर्यावरण की सुरक्षा हम सभी के लिए गंभीर मुददा हैें। जो कि सभी कि निरंतर प्रयासों हल होगा । इसलिए वर्षा जल संरक्षण करना, पानी की बर्बादी को कम करना, बिजली का कम उपयोग, बृक्ष लगाना इत्यादि हमारा कर्तव्य हैं। तांकि हमारी आने बाली नस्लें स्वस्थ वातावरण में रहें। इस अवसर पर साध्वी सुश्री राजवंत भारती जी ओर महानुभाव उपस्थित थे।