होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। गांव फलाही स्थित कैटल पाउंड (सरकारी गौशाला) में कमियों को दूर करने हेतु नई सोच संस्था की मांग पर 6 मुलाजिम और रखने, बाड़ को ठीक करवाने, बीमार पशुओं के लिए अलग शैड, चारे का प्रबंध नियमित करना, तिरपाल, दवाएं आदि का नियमित प्रबंध करने हेतु प्रस्ताव पारित करके जिलाधीश को स्वीकृति के लिए भेज दिया गया है ताकि गौशाला में रखे पशुओं की देखरेख में कोई परेशानी पेश न आए। उक्त जानकारी पशु पालन विभाग के डिप्टी डायरैक्टर डा. हरमेश कुमार ने नई सोच संस्था के सदस्यों के साथ एक विशेष बैठक में दी। इस मौके पर डा. हरमेश कुमार ने बताया कि उन्होंने नई सोच के साथ गत दिनों गौशाला का दौरा किया था तथा इस दौरान नई सोच ने कुछ अति जरुरी मांगे उनकी समक्ष रखी थीं, जिन्हें मानते हुए विभाग द्वारा एक प्रस्ताव पारित करके जिलाधीश को स्वीकृति के लिए भेजा गया है। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा एक ट्राली हरे चारे की रोजाना गौशाला पहुंचने का प्रबंध कर दिया गया है।
6 मुलाजिम और रखने, बाड़ को ठीक करवाने, बीमार पशुओं के लिए अलग शैड, चारे का प्रबंध नियमित करने आदि जैसी महत्वपूर्ण मांगों का बनाया गया है प्रस्ताव
उन्होंने बताया कि जिलाधीश के निर्देशों पर लावारिस पशुओं की समस्या से शहर निवासियों को निजात दिलाने का जो जिम्मा उठाया गया है उसकी सफलता हम सभी के सहयोग पर निर्भर करती है। उन्होंने बताया कि इस कार्य में विभाग की पूरी टीम शहर निवासियों के साथ है तथा और संस्थाओं को भी नई सोच की तरह सहयोग के लिए आगे आना चाहिए।
इस अवसर पर डिप्टी डायरैक्टर द्वारा फौरी तौर पर मुख्य मांगों को मानते हुए प्रस्ताव जिलाधीश को स्वीकृति के लिए भेजने का स्वागत करते हुए नई सोच के संस्थापक अध्यक्ष अश्विनी गैंद ने कहा कि अगर प्रशासन का इसी प्रकार सहयोग मिलता रहा त इस समस्या से जल्द ही शहर निवासियों को निजात दिला दी जाएगी। उन्होंने कहा कि किसी भी बड़े प्रोजैक्ट को पूरा करते समय कई प्रकार की समस्याएं आती हैं, जिन्हें विभाग, प्रशासन और शहर निवासियों के सहयोग से ही दूर किया जा सकता है। इसलिए एक बार फिर से शहर निवासियों और संस्थाओं से अपील है कि वे इस नेक कार्य में बढ़चढ़ कर आगे आएं।
इस अवसर पर राष्ट्रीय हिन्दू शिव सेना के पंजाब अध्यक्ष कमल शर्मा कोठारी, स्वामी केशवानंद गौशाला से योगेश सहदेव, अशोक सैनी, सहायक डिप्टी डायरैक्टर डा. के.बी. गल्हौत्रा, डा. जगमोहन सिंह दर्दी, डा. बाली इत्यादि मौजूद थे।