जम्मू/राजौरी (द स्टैलर न्यूज़), अनिल भारद्वाज: जम्मू-कश्मीर के जिला पुंछ में आतंकियों ने घात लगाकर सैन्य वाहन पर विस्फोट से हमला कर दिया। हमला उस समय किया गया जब क्षेत्र में बारिश हो रही थी और इस आतंकी हमले में पांच जवान शहीद हो गए हैं। अचानक हुए इस हमले के बाद मौके पर सैन्य और पुलिस अधिकारी पहुंचे। उन्होंने आसपास के लोगों के साथ मिलकर वाहन में लगी आग बुझाकर राहत और बचाव अभियान चलाया।
2021 में इसी सीमावर्ती क्षेत्र 9 जवान हुए थे शहीद
घने जंगल वाले भाटादूडियां सीमावर्ती क्षेत्र में लगी सैन्य वाहन में विस्फोट के बाद भीषण आग लग गई थी। प्राथमिक तौर पर आसमानी बिजली गिरने से घटना होने की बात सामने आई थी। अब सैन्य अधिकारियों ने आतंकी हमला होने की बात कही है। जिस इलाके में यह हादसा हुआ है वहां पिछले साल आतंकियों और सेना के बीच कई दिन तक मुठभेड़ भी हुई थी। इसी सीमावर्ती क्षेत्र में 2021 में आतंकियों ने 9 जवानों को शहीद फरार हो गए थे।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुंछ और राजौरी जिले की सीमा पर भाटादूडियां इलाके में वीरवार दोपहर को यह हादसा हुआ। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है। उन्होंने बताया कि पुंछ-जम्मू नेशनल हाईवे 144A पर सैन्य वाहन कुछ सामान लेकर जा रहा था। इसमें जवान भी सवार थे।
घने जंगल के बीच आतंकियों के एक दल ने वाहन पर हमला कर दिया। इससे वाहन में आग भड़क उठी। उसमें सवार जवान बुरी तरह से झुलस गए। इसमें से पांच ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। घटनास्थल पर पहुंचे सेना के अधिकारियों और जवानों ने से झुलसे साथियों को स्थानीय अस्पताल पहुंचाया।
उत्तरी कमान के अनुसार वीरवार को तीन बजे राजौरी सेक्टर में बिंभर गली और पुंछ सीमा पर सेना के वाहन पर आतंकियों ने ग्रेनेड से हमला किया। जिस समय यह हमला किया गया था उस समय इलाके में बारिश हो रही थी। बेहद कम दृश्यता का फायदा उठाकर आतंकियों ने इस घटना को अंजाम दिया।
ग्रेनेड में विस्फोट होने के बाद वाहन में आग लग गई। इसमें काउंटर टेररिस्ट ऑपरेशन के लिए तैनात राष्ट्रीय राइफल्स यूनिट के पांच जवान मौके पर ही शहीद हो गए। एक अन्य गंभीर जवान का सेना अस्पताल में उपचार चल रहा है। घटना के बाद आतंकियों को ढेर करने के लिए ड्रोन का सहारा लिया जा रहा और तलाशी अभियान जारी है। वहीं पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया है। वहीं क्षेत्र के लोगों ने बढ़ती आतंकी घटनाओं का जिम्मेदार जम्मू- कश्मीर एलजी प्रशासन व केंद्र सरकार को ठहराया है।