होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। गवर्नमेंट टीचरज़ यूनियन पंजाब ज़िला इकाई होशियारपुर की अहम मीटिंग जिला प्रधान प्रिंसिपल अमनदीप शर्मा व जिला महासचिव जसवीर तलवाड़ा की अध्यक्षता में हुई। इस मीटिंग को संबोधित करते हुए ज़िला प्रधान प्रिंसिपल अमनदीप शर्मा ने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा शिक्षा नीति 2020 को गुपचुप तरीके से लागू करते हुए स्कूल ऑफ एमिनेंस की घोषणा की गई थी। जिसके जरिए आम आदमी पार्टी की सरकार ने पंजाब में पहले से ही अच्छे चल रहे 117 स्कूलों को स्कूल ऑफ एमिनेंस का दर्जा देकर धूम मचाने की कोशिश की थी, उन्होंने कहा यहाँ यह भी गौरतलब है कि इन 117 स्कूलों में नौवीं से लेकर बारहवीं तक के बच्चे का ही दाखिला होना था। इन स्कूलों में पहले से दाखिल प्री-प्राइमरी से आठवीं व छठी से आठवीं तक की पढ़ाई हो रही है उनके भविष्य पर प्रश्न-चिन्ह लग गया था कि यह बच्चे कहा जाएंगे, क्योंकि विभाग इन स्कूलों में नौवीं कक्षा से ही प्रवेश परीक्षा ले रहा था l जिसका गवर्नमेंट टीचरज़ यूनियन पंजाब ने मीडिया और प्रेस के माध्यम से बड़े पैमाने पर विरोध किया है।
लगातार सार्वजनिक विरोध के दबाव में, पंजाब सरकार को स्कूल ऑफ एमिनेंस में प्री-प्राइमरी से आठवीं और छठी तक मेमो नंबर एसएसए/स्मार्ट स्कूल/ई48393/2023,/116652 दिनांक 25/04/2023 द्वारा उपरोक्त निर्णय वापस लेने के लिए मजबूर होना पड़ा। कक्षा प्री -प्राइमरी से आठवीं तक के बच्चों को प्रवेश नहीं देने का निर्णय वापस लेना पड़ा और सभी कक्षाओं के बच्चों को प्रवेश देने के निर्देश जारी किए गए हैं। उक्त फैसले का स्वागत करते हुए गवर्नमेंट टीचर्स यूनियन जिला इकाई होशियारपुर ने मांग की है कि पंजाब के सभी स्कूलों को उपरोक्त 117 स्कूलों की तरह स्कूल ऑफ एमिनेंस का दर्जा दिया जाए और स्कूलों में शिक्षा के स्तर को ऊंचा करने के लिए बिना किसी देरी के शिक्षकों की नियुक्ति की जाए और रिक्त पदों को भरा जाए, अध्यापकों से गैर-शैक्षणिक कार्य लेना तत्काल बंद किया जाए। यदि सरकार वास्तव में शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने के लिए गंभीर है तो सबसे पहले प्राथमिक स्तर पर प्री-प्राइमरी स्तर के लिए अलग-अलग शिक्षक और सहायक और कक्षावार शिक्षक उपलब्ध कराए जाने चाहिए।
प्रत्येक स्कूल में सफाई सेवक दिए जाएं, स्कूलों में भेजी जाने वाली ग्रांट खर्च करने के लिए अलग अमला व प्रक्रिया अपनाई जाए और शिक्षकों को इन ग्रांटो को खर्च करने के कार्य से अलग कर केवल बच्चों को पढ़ाने का काम लिया जाए। इस मौके पर वरिष्ठ उपाध्यक्ष लेक्चरर अमर सिंह, उपाध्यक्ष प्रितपाल सिंह चौटाला, संयुक्त सचिव विकास शर्मा, प्रिंस गढ़दीवाला, अरविंदर सिंह माहिलपुर, प्रिंसिपल हरजीत सिंह, हेडमास्टर संदीप सिंह, बलजीत कौशल, लेक्चरर हरविंदर सिंह, नरेश कुमार गढ़शंकर, सुनील कुमार शर्मा, संजीव धूत, गुरनाम सिंह, रजत महाजन, सचिन कुमार, शाम सुंदर कपूर, नरेंद्र अजनोहा, केशव दास खेपर, सतविंदर सिंह माहिलपुर, सतीश कुमार, राज कुमार, संदीप शर्मा बागपुर, रणवीर सिंह, अनुपम रतन, लेक्चरर उपिंदरजीत सिंह, सरबजीत टांडा, नरिंदर मंगल, राजेश अरोड़ा, मनजीत सिंह मुकेरियां, प्रिंसिपल बलवीर सिंह, शशिकांत तलवारड़ा, कमलदीप सिंह भुंगा,लेक्चरर संजीव कुमार, बलजीत कौशल, पवन गोयल, अशोक कुमार बुलोवाल, मनोज रतन, खुशवंत सिंह मुकेरियां, जसविंदर बुलोवाल, सूरज प्रकाश माहिलपुर, लेक्चरर जरनैल सिंह, मनवीर सिंह, अमनदीप सिंह, लेक्चरर हरजीत सिंह,लेक्चरर स्वर्ण सिंह, जसवंत सिंह मुकेरियां, परसराम, नरेश कुमार मेधा, अमरजीत सिंह हाजीपुर, गुरविंदर जज और सुरिंदर कुमार कमाही देवी, नरेश कुमार आदि मौजूद रहे।