हर बच्चे के लिए पहला हीरो और प्रेरणास्रोत उसके पिता होते हैं: विनोद राय

पिता हर बच्चे का पहला हीरो और प्रेरणास्रोत होता है। एक पिता अपने बच्चे को उंगली पकडक़र चलना सिखाता है और उम्र भर जिंदगी की हर मुश्किल से लडऩा और उससे पार पाने का हौंसला पिता ही देता है। हर बच्चे को अपने पिता पर गर्व होना चाहिए।

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यह विचार जिला कांग्रेस कमेटी कोआर्डिनेशन सैल, होशियारपुर के चेयरमैन विनोद राय ने पिता दिवस पर अपने विचार सांझा करते हुए व्यक्त किए। इस दौरान श्री राय ने बताया कि वह खुद को भाग्यशाली मानते हैं कि उन्हें एक पिता के रुप में कुछ ज्यादा मिला। क्योंकि, मेरे पिता एक पिता होने के साथ-साथ एक शिक्षक, गुरु एवं मार्गदर्शक के रुप में आज भी मेरे आदर्श हैं। शिक्षा के गुणों का भंडार मेरे पिता जी की तुलना में भगवान से करुं तो कुछ गलत नहीं होगा, क्योंकि वह मेरे लिए मेरे भगवान हैं। मेरे पिता स्व. श्री कुलवंत राय जी, जोकि अध्यापक थे और उन्होंने जीवन में कितने बच्चों की जिंदगी में शिक्षा का दीपक रोशन किया ये तो ज्ञात नहीं, लेकिन उनके पिता ताउम्र शिक्षा की सेवा को समर्पित रहे। शिक्षा जो ऐसा भंडार है जो उम्र के साथ बढञता गया और पूरी उम्र उन्होंने चब्बेवाल के समीपवर्ती गांव बसी कलां के सरकारी स्कूल में सेवा निभाते हुए बच्चों को शिक्षित किया।

सर्दी हो या गर्मी वह सुबह 5 बजे उठ जाते और घर से चले जाते बच्चों को पढ़ाने। बच्चों को पढ़ाना जीवन का एकमात्र लक्ष्य मानकर चलने वाले मेरे पिता जी सुबह 5 से रात्रि 9-10 बजेतक बच्चों को पढ़ाते थे। उनके कहे शब्द आज भी मुझे आगे बढ़ते रहने की प्रेरणा करते हैं। वे कहते थे, बेटा तूं जो कर रहा है उसे मन लगाकर कर, दुनिया गलत कहे या सही, तूं बस अपने रास्ते पर चलता जा, एक दिन कामयाबी तेरे कदम चूंमेगी, भले ही इसमें थोड़ा समय लगेगा, लेकिन तूं कभी रुकना नहीं, तूं बस चलता जा। शिक्षा जगत के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले मेरे पिता जी पर मुझे सदैव गर्व रहेगा। यूं तो मेरे पिता जी हर वक्त मेरे अंग संग रहते हैं, लेकिन पिता दिवस उन्हें विशेष तौर से याद करते हुए खुद कौ गौरवांवित महसूस कर रहा हूं।

आज भी बसी कलां इलाके में जब भी जाने का मौका मिले और वह उनका नाम लेता हूं तो लोग पलकों पर बिठा लेते हैं। उस समय बड़ा मान महसूस होता है कि वह उस पिता के बेटे हैं, जिन्होंने अपना जीवन शिक्षा के विस्तार में लगा दिया। आज मैं तो भी हूं अपने पिता के आशीर्वाद से हूं और मेरा यह कहना है कि हमें हर रोज पिता दिवस मनाना चाहिए, क्योंकि पिता बरगद का वह पेड़ है जो खुद कष्ट सहकर बच्चों व परिवार की परवरिश करता है।

विनोद राय
चेयरमैन,
जिला कांग्रेस कमेटी कोआर्डिनेशन सैल,
एमडी, एमएस ओवरसीज़
होशियारपुर।

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