चंडीगढ़ (द स्टैलर न्यूज़)। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देशों पर नशों के ख़ात्मे के लिए शुरु की गई निर्णायक जंग के 13 महीने पूरे हो गए हैं, जिसके अंतर्गत पंजाब पुलिस ने 5 जुलाई 2022 से अब तक 2643 बड़ी मछलियों समेत 18,079 नशा तस्करों को गिरफ़्तार किया है। बताने योग्य है कि पुलिस द्वारा कुल 13458 एफआईआरज़ दर्ज की गई हैं, जिनमें से 1630 व्यापारिक मामलों से सम्बन्धित हैं। आज यहाँ एक प्रैस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (आई.जी.पी.) हैडक्वाटर सुखचैन सिंह गिल ने बताया कि पुलिस टीमों ने राज्य भर में संवेदनशील स्थानों पर नाके लगाने के अलावा नशा प्रभावित इलाकों में घेराबन्दी और तलाशी मुहिमें चलाते हुए 1259.66 किलोग्राम हेरोइन बरामद की है।
जि़क्रयोग्य है कि पंजाब पुलिस की टीमों द्वारा गुजरात और महाराष्ट्र के समुद्री बंदरगाहों से 147.5 किलोग्राम हेरोइन भी बरामद की गई थी, जिसके साथ केवल 13 महीनों में हेरोइन की कुल रिकवरी 1407.16 किलो हो गई है। आई.जी.पी. ने बताया कि हेरोइन की बड़ी खेप बरामद करने के अलावा पुलिस ने राज्य भर में से 837.42 किलो अफ़ीम, 951.37 किलो गाँजा, 404.45 क्विंटल भुक्की और 89 लाख गोलियाँ / कैप्सूल / टीके / शीशियाँ बरामद की गई हैं। इसके अलावा पुलिस ने पिछले 13 महीनों के दौरान पकड़े गए नशा तस्करों से 13.29 करोड़ रुपए की ड्रग मनी भी बरामद की है।
साप्ताहिक अपडेट देते हुए आईजीपी ने बताया कि पिछले हफ़्ते पुलिस ने 316 नशा तस्करों/ सप्लायरों को गिरफ़्तार करके 231 एफआईआरज़, जिनमें से 30 व्यापारिक मामलों से सम्बन्धित हैं, दर्ज करते हुए 99.12 किलोग्राम हेरोइन बरामद की है। बताने योग्य है कि पुलिस ने पिछले हफ्ते हेरोइन बरामद करने के अलावा पुलिस टीमों ने 9.20 किलो अफ़ीम, 11.40 किलो गाँजा, 3.47 क्विंटल भुक्की, 36018 गोलियाँ / कैप्सूल / टीके / फार्मा ओपीऑय्ड की शीशियाँ बरामद करने के अलावा 3.31 लाख रुपए की ड्रग मनी भी बरामद की है।
उन्होंने कहा कि पिछले हफ्ते एनडीपीएस के मामलों में 13 और व्यक्तियों की गिरफ़्तारी के साथ 5 जुलाई, 2022 को पी.ओज/ भगौड़ों को गिरफ़्तार करने के लिए शुरु की गई विशेष मुहिम के अंतर्गत अब तक 1026 व्यक्तियों को गिरफ़्तार किया जा चुका है। डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी), पंजाब गौरव यादव ने सभी सीपीज़/ एसएसपीज़ को सख़्त हिदायतें दी हैं कि हरेक मामले, ख़ासकर ड्रग रिकवरी से सम्बन्धित मामलों में अगले-पिछले संबंधों की बारीकी से जांच की जाये, चाहे यह थोड़ी मात्रा में नशों की बरामदगी ही क्यों न हो।