बछवाड़ा (द स्टैलर न्यूज़), राकेश यादव: प्रखंड मुख्यालय स्थित झमटिया गंगा घाट पर मलमास माह समाप्त होते ही गुरूवार को गंगा स्नान करने को लेकर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। मिथिलांचल इलाके में सुप्रसिद्ध ऐतिहासिक तीर्थस्थल नारेपुर झमटिया घाट गंगा धाम में गंगा स्नान करने को लेकर बुधवार की शाम से ही हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का आना शुरु हो गया था। मिथिलांचल इलाके से आने वाली सभी रेल गाड़ियां गंगा स्नान करने वाले श्रद्धालुओं से खचाखच भरी हुई थी। वहीं सड़क मार्ग से भी लोग अपने निजी वाहन व बस टेम्पू से झमटिया गंगा धाम पहुंच रहे थे।
गंगा स्नान करने वाले श्रद्धालु अहले सुबह से ही झमटिया घाट गंगा धाम स्थित गंगा नदी में स्नान करना प्रारंभ कर दिया। श्रद्धालुओं ने श्रद्धा पूर्वक स्नान कर गंगा तट स्थित मंदिर में पूजा अर्चना की। गंगा स्नान को लेकर आए श्रद्धालुओं के द्वारा गाए जा रहे मिथिलांचल का पारंपरिक लोकगीतों से समूचा झमटिया घाट गंगा धाम मंदिर परिसर गुंजायमान हो रहा था। श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान व झमटिया धाम स्थित मंदिर में पूजा अर्चना के बाद गंगाजल लेकर अपने अपने घर के लिए प्रस्थान किया। सड़क मार्ग से गंगा स्नान के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों से एनएच 28 के दोनों किनारे वाहनों की लंबी कतार लगी हुई थी।
झमटिया घाट गंगा धाम से लेकर बछवाड़ा रेलवे स्टेशन तक मेला सा नजारा देखने को मिला। श्रद्धालुओं की भीड़ को लेकर एनएच 28 पर छोटी बड़ी वाहन रेंगते नजर आ रहे थे। स्थानीय प्रशासन के द्वारा एनएच 28 पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुख्ता इंतजाम किया गया था। झमटिया घाट से प्रतिवर्ष लाखों रूपये के राजस्व वसूली होने के बावजूद गंगा स्नान करने पहुंचे श्रद्धालुओं के लिए स्थानीय पदाधिकारी के द्वारा गंगा घाट पर सुरक्षा व्यवस्था की कोई व्यवस्था नहीं किया गया था। हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ के बावजूद झमटिया गंगा घाट पर गोताखोर की कोई व्यवस्था नहीं रहने से गंगा स्नान के दौरान श्रद्वालु डुबते डुबते बच गये। दुरदराज से आए हुए श्रद्धालुओं ने बताया कि झमटिया गंगा घाट पर समान सुरक्षित नहीं रहता है,और मंदिर परिसर में लगाए गये कैमरे भी काम नहीं करते है। उन्होंने शिव गंगा समिति समेत स्थानीय पदाधिकारी से मांग करते हुए कहा कि झमटिया गंगा घाट पर सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया जाय।
झमटिया घाट गंगा धाम मंदिर के पुजारी बैजनाथ झा नें बताया कि मिथिलांचल के लोगों ने पुरानी मान्यताओं को याद करते हुए झमटिया घाट गंगा तट पर गंगा स्नान व पूजन करने के लिए पहुंचते हैं। मलमास का माह समाप्त होने के साथ सावन माह को लेकर पापनाशिनी गंगा का दर्शन व स्नान कर के लिए श्रद्धालुओं की उमड़ पड़ी है। गंगा स्नान करने से मानव जीवन का संपूर्ण पापों का नाश होने के साथ कष्टों का हरण होता है, साथ ही मानव का कल्याण और उसे शांति मिलती है। उन्होंने बताया कि झमटिया घाट गंगा धाम स्थित नदी का अपना एक अलग महत्व है। इस गंगा घाट पर स्नान करने वाले श्रद्धालुओं को उनकी मुरादें पुरी होती है. मामले को लेकर अंचलाधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि झमटिया गंगा घाट पर सुरक्षा व्यवस्था के साथ साथ गोताखोर, मेडिकल टीम समेत अन्य व्यवस्था किया जा चुका है। सभी टीम शुक्रवार से झमटिया गंगा घाट पर ससमय तैनात रहेंगे।