कपूरथला (द स्टैलर न्यूज़), गौरव मढ़िया। विश्व हिंदू परिषद के वरिष्ठ नेता व बजरंग दल के पूर्व प्रदेश प्रधान नरेश पंडित व जिला उपप्रधान आनंद यादव ने रविवार को डीएमके नेता और तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म के खिलाफ बयान की निंदा करते हुए कहा कि स्टालिन दिमागी रूप से दिवालिया हो चुके है। अपनी औपनिवेशिक मानसिकता को त्यागें।शनिवार को एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए, तमिलनाडु सरकार में खेल और युवा मामलों के मंत्री उदयनिधि ने ‘सनातन (सनातन धर्म) की तुलना मच्छर,डेंगू, मलेरिया, बुखार और कोरोना से की और कहा कि इसे भी इसी तरह खत्म किया जाना चाहिए।
रविवार को पत्रकारो से बात करते हुए नरेश पंडित और आनंद यादव ने कहा ऐसे लोगों को अपनी औपनिवेशिक मानसिकता से बाहर निकलना चाहिए। सनातन का अर्थ है जो शाश्वत है।यह युगों से विकसित हुआ है और विकसित होता रहेगा। नरेश पंडित ने विपक्षी गठबंधन भारत को विवाद में घसीटते हुए कहा, सनातन धर्म सदियों से अस्तित्व में है और अनुयायियों के दिल और दिमाग में जीवित रहेगा।भारत गुट के नेता वे सिर्फ प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नहीं बल्कि सनातन धर्म के खिलाफ लड़ रहे हैं। उनका उद्देश्य हमारे सनातन धर्म को खत्म करना है। हम उनकी (उदयनिधि की) राजनीतिक विचारधारा या मान्यताओं के खिलाफ कभी नहीं बोलते हैं।
हम ईसाई धर्म या इस्लाम पर टिप्पणी नहीं करते हैं।इसलिए वे ‘हिंदू सनातन को क्यों निशाना बना रहे हैं? नरेश पंडित ने कहा कि राजनेता अपने निजी स्वार्थ एवं वोट बैंक की राजनीति के लिए धर्म और देवी-देवताओं हिन्दू समाज पर टिप्पणी करते हैं। जिसे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से मांग की है कि हिन्दू धर्म, सनातन और देवी-देवताओं के खिलाफ टिप्पणी करने वाले लोगों के लिए कड़ा कानून बनाया जाए। उन्होंने कहा कि हिंदू सनातन धर्म शांतिप्रिय है। लेकिन कोई भी इसे हमारी कमजोरी न समझे। नरेश पंडित ने हिंदू विरोधी नेताओ को चेतावनी देते हुए कहा कि हिन्दू समाज कायर नहीं है। उसे मजबूर ना किया जाए। अगर हिन्दू बिगड़ गया तो संभाले नहीं संभलेगा।सनातन धर्म का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।