वो गुरु हमारे कहलाते

ज्ञान का हमें जो भंडार देते
सहनशीलता का हमें पाठ पढ़ाते
चुनौती से हमें जो लडऩा सिखाते
वो गुरु हमारे कहलाते
हर विद्यार्थी को कोयले से सोना बनाते
सफलता की जो राह दिखाते
वो गुरु हमारे कहलाते
हर विद्यार्थी की नींव मजबूत बनाते
भविष्य को हमारे उज्जवल बनाते
बिना गुरु शिष्य है अधूरा
बिना शिष्य के गुरू पूरा ना हो पाता
परमात्मा की झलक दिखती है जिसमें

वो गुरु हमारे कहलाते
सादगी होता है परहावा जिनका
ईमानदारी होती है श्रृंगार जिनका
कलम होती है असली ताकत जिनकी
वो गुरु हमारे कहलाते

नाम नविता रानी

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