सोशल मीडिया पर चल रही लारेंस बिश्नोई की वीडियो पंजाब की जेलों में नहीं बनाई गई: आईजी जेल

चंडीगढ़, (द स्टैलर न्यूज़)। जेल विभाग पंजाब ने राज्य की जेलों में मोबाईलों के प्रयोग सम्बन्धी प्रसारित हो रही मीडिया रिपोर्टों को सिरे से खारिज करते हुये सोशल मीडिया पर वायरल हुई वीडियो को भ्रामक और बेबुनियाद बताया है और कहा कि इस वीडियो का राज्य की जेलों से कोई सम्बन्ध नहीं है। 

Advertisements

ज़िक्रयोग्य है कि एक न्यूज़ चैनल ने 17 सितम्बर, 2023 की एक वीडियो प्रसारित की है जिसमें कथित हाई रिसक कैदी लारेंस बिश्नोई वटसऐप वीडियो काल के द्वारा मोनू मानेसर के साथ बात करता देखा गया था। मोनू मानेसर हरियाणा के नूंह जिले में गड़बड़ी करने और हिंसा भड़काने के मुख्य दोषियों में से एक है। वीडियो में एक अन्य व्यक्ति लारेंस बिश्नोई के साथ दफ़्तरी कुर्सी पर बैठा दिख रहा है। 

यह वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड की गई थी और दोष लगाया गया था कि लारेंस बिश्नोई बठिंडा जेल में हिरासत के दौरान मोबाइल फ़ोन का प्रयोग कर रहा था। मामले की जांच इंस्पेक्टर जनरल जेल, पंजाब को सौंपी गई थी। जांच के बाद पता लगा है कि वीडियो में लारेंस बिश्नोई के साथ बैठे व्यक्ति की पहचान राजकुमार उर्फ राजू बिश्नोई के तौर पर हुई है। राजकुमार 25 जनवरी, 2021 से 22 फरवरी, 2021 तक 28 दिनों के लिए ज़िला जेल श्री मुक्तसर साहिब में बंद था। 

सरकारी रिकार्ड के मुताबिक लारेंस बिश्नोई साल 2018 तक केंद्रीय जेल फरीदकोट में रहा क्योंकि उसे 4 जनवरी, 2018 को किसी अन्य राज्य की पुलिस हवाले कर दिया गया था। इसके बाद वह अन्यों राज्यों की जेलों में रहा और उसे 24 सितम्बर, 2022 को केंद्रीय जेल बठिंडा लाया गया था और बिश्नोई को 24 अगस्त, 2023 को दोबारा गुजरात पुलिस के हवाले कर दिया गया था। पुख़्ता सबूतों के मद्देनज़र, आई. जी. जेल ने लगाए गए भ्रामक दोष को नकारते हुये कहा कि यह वीडियो पंजाब की किसी जेल में नहीं बनाई गई क्योंकि लारेंस बिश्नोई और राजू बिश्नोई दोनों कभी भी पंजाब की किसी भी जेल में इक्ट्ठा नहीं रहे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here