होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़): आम आदमी पार्टी की सरकार के डेढ़ साल में ही पूरी व्यवस्था इस तरह चरमरा चुकी है कि इस बात का खुलासा हाल ही में खडूर साहिब के विधायक तथा एस.एस.पी तरण तारण के खुलेआम झगड़े से साफ हो गया है। सूद द्वारा जारी प्रेस नोट में कहा गया है कि विधायक जो के आरोप है कि पुलिस में लगातार भ्रष्टाचार चल रहा है, अति गंभीर है, परंतु सवाल यह भी उठना है कि विधायक को इस भ्रष्टाचार की जानकारी इस वक्त जनता को क्यों देनी पड़ी, जब उनके रिश्तेदार पर पर्चा हुआ। इसका मतलब साफ है कि विधायक और पुलिस मिली भक्त से भ्रष्टाचार में लिप्त है।
उन्होंने कहा कि यह भी संभव है कि अपने रिश्तेदार को आपराधिक मामलों से बचाने के लिए ही पुलिस पर दबाव डालने के लिए विधायक ने यह ड्रामा रचा हैं वो ऐसी स्थिति में दोनों ही पक्षों की निष्पक्ष गहन जांच करवाने की आवश्यकता है, ताकि पंजाब के लोगों को आम आदमी पार्टी की सरकार की कारगुजारी का पता चल सके। इसलिए मुख्यमंत्री भगवंत मान को चाहिए कि मामला सीबीआई को सौंपा जाए, क्योंकि एक तरफ सरकार का नुमाइंदा है और दूसरी तरफ पुलिस का उच्च अधिकारी। सूद ने कहा कि आम आदमी पार्टी का जन्म जन लोकपाल की रचना करवाने के लिए अन्ना हजारे द्वारा कड़े किए गए आंदोलन से हुआ है।
इस मुद्दे को लेकर आम आदमी पार्टी ने पंजाब तथा दिल्ली में सत्ता को हथिया लिया , परंतु जन लोकपाल को स्थापित नहीं कर पाई जो कि मौजूदा मामले जैसे मुद्दों को अच्छी तरह निपट सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि विधायक तथा एस.एस.पी में जो भी गलत हो उस के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, परंतु मुख्यमंत्री भगवंत मान के पास ऐसा करने की दृढ़ इच्छा शक्ति शायद नहीं है।
इस मौके पर पूर्व मेयर शिव सूद, विजय पठानिया,जिला महामंत्री सुरेश भाटिया बिट्टू, जिला सचिव अश्वनी गैंद, कमलजीत सेतिया, यशपाल शर्मा आदि भी उपस्थित थे।