होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। होशियारपुर का दशहरा पूरे भारत वर्ष में मशहूर है और पूरा जिला इसे देखने के लिए आता है और हर धर्म की आस्था का प्रतीक है। सूत्रों से पता चला है कि इस बार होशियारपुर के दशहरे में पंजाब के मुख्यमंत्री सरदार भगवंत सिंह मान जी पधार रहे हैं। इस बात कि खुशी है और हम लोग मुख्यमंत्री साहिब का स्वागत करते हैं, पर हमारी जिला प्रशासन व श्री राम लीला कमेटी से अपील है कि दशहरे को मेले का ही रुप दिया जाये उसको रैली का रुप न दिया जाये जिससे आम जनता को कोई मुश्किल का सामना करना पड़े। इस अवसर पर नई सोच के संस्थापक अध्यक्ष अशवनी गैंद व पूर्व पार्षद सुरेश भाटिया बिट्टू ने बताया कि सूत्रों से यह भी खबर पता चली है कि दशहरे में जितने भी प्रभू हनूमान के स्वरुप बनते हैं।
उनको भगवान श्री राम जी के आर्शीवाद लेने पर भी रोक लगा रहे हैं या फिर 2 आदमियों को अंदर जाने की आज्ञा दी जा रही है क्योंकि एक भजन है श्री राम जी चले न हनूमान के बिना क्योंकि हनूमान के स्वरुप बनाने के लिए नौजवान नशामुक्त हो कर 6 महीने पहले से तैयारी शुरु कर देते हैं मगर जिला प्रशासन व राम लीला कमेटी हनूमान जी से धक्केशाही करेगी तो किसी कीमत पर सहन नहीं किया जायेगा क्योंकि रामायण में भी यह ही आता है।
भगवान श्री राम के सबसे बड़े भक्त हनूमान जी ही हैं। अगर हनूमान जी रावण की लंका को दहण कर सकते हैं तो जिला प्रशासन की पावंदियां हनूमान सेना को पण्डाल तक जाने से रोक नहीं सकती। वीर अंगद हनुमान सेवा समिति के प्रधान अजमेर सिंह अज्जू ने बताया कि हमारा बाणा त्रिदेव हनुमान जी के रुप में बनाया जाता है जिसे सम्भालने के लिए कम से कम 6 लोगों की जरुरत होती है और आमतौर पर हर बाणे के लिए 3-4 आदमियों की जरुरत होती है।
इस मौके पर भाटिया और गैंद के इलाबा साईं राम हनुमान समिति, केसरी नंदन सेवा समिति, श्री एकादश रुद्व महावीर सेवा समिति दल, श्री सालासर हनुमान सेवा समिति, श्री बाला जी के दीवाने सेवा समिति, वीर हकीकत राये सेवा समिति, बजरंगी सेना समिति, राजेश शर्मा, अशोक शर्मा, अमन सेठी, अवतार, मनी कपूर, रिक्की, इन्द्रजीत सिंह, मधुसूधन तिवारी, रविन्द्र गुप्ता, नीरज गैंद, दीपक खन्ना, हर्ष कुमार, सचिन टंडन, अभि भाटिया, सोहित, शिवम गैंद, आदित्या, रमन, साहिल डडवाल, मनी शर्मा, हनी, विक्की, पार्थ, राधव, अजीत सिंह, पनेसर, साहिल, बासू, कैलाश, मनु गुज्जर, अंकित, बब्बा, मनु सैन आदि उपस्थित थे।