लालच ने भ्रष्टाचार को कैंसर की तरह बढ़ाया, सरकारें करें कड़ी कार्रवाई: राजिंदर राजू 

कपूरथला (द स्टैलर न्यूज़), गौरव मढ़िया। धन के लिए अतृप्त लालच ने भ्रष्टाचार को कैंसर की तरह विकसित करने में मदद की है। संवैधानिक सरकारों का देश के लोगों के प्रति कर्तव्य है कि वे भ्रष्टाचार के प्रति शून्य सहनशीलता दिखाएं और अपराध करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें। ये बात ऐंटी करप्शन बयूरो ऑफ इंड़िया के जिला चीफ डायरेक्टर राजिंदर राजू ने शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही। राजू ने कहां कि धन के समान वितरण को हासिल करने का प्रयास कर भारत के लोगों के लिए सामाजिक न्याय सुनिश्चित करने के लिए संविधान के प्रस्तावना के वादे को प्राप्त करने में भ्रष्टाचार एक प्रमुख बाधा है।

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उन्होंने कहा,भ्रष्टाचार एक ऐसी बीमारी है,जिसकी उपस्थिति जीवन के हर क्षेत्र में व्याप्त है। यह अब शासन की गतिविधियों के क्षेत्र तक ही सीमित नहीं है, अफसोस की बात है कि जिम्मेदार नागरिक कहते हैं कि यह उनके जीवन का एक तरीका बन गया है।राजू ने कहा कि यह पूरे समुदाय के लिए शर्म की बात है कि हमारे संविधान निर्माताओं के मन में जो ऊंचे आदर्श थे, उनका पालन करने में लगातार गिरावट आ रही है और समाज में नैतिक मूल्यों को तेजी से गिराया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि यदि भ्रष्टाचारी कानून लागू करने वालों को धोखा देने में सफल हो जाते हैं, तो उनकी सफलता पकड़े जाने के डर को भी खत्म कर देती है। वे इस अभिमान में डूबे रहते हैं कि नियम और कानून विनम्र नश्वर लोगों के लिए हैं न कि उनके लिए। उनके लिए पकड़ा जाना पाप है। उन्होंने कहा है कि भ्रष्टाचार को जड़ से उखाड़ फेंकना भारत के लिए बड़ी चुनौती है जिससे वह फिलहाल जूझ रहा है। उन्होंने कहा कि देश की राजनैतिक-नौकरशाही-न्यायिक व्यवस्था को अविलंब कीमोथेरेपीकी जरूरत है ताकि वह देश को निगल रहे कैंसर जैसी स्थिति से बाहर आ सके। उन्होंने कहा कि भारत की राजनैतिक-नौकरशाही-न्यायिक व्यवस्था को एक कैंसर जैसी स्थिति निगल रही है, विकास के लिए यह बहुत नुकसानदेह है।

देश को इस वक्त वाकई कीमोथेरेपी की जरूरत है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार मुक्त भारत बनाना बहुत बड़ी चुनौती है।मैं युवा शक्ति को इसके हल के रूप में देखता हूं। मैं यह कर सकता हूं कि हम यह कर सकते हैं।भारत यह कर लेगा।हमारी यही भावना होनी चाहिए। राजू ने कहा कि अगर स्थिति ऐसी ही बनी रही तो हम लोगों को सड़कों पर उतरने से नहीं रोक पाएंगे और उसका परिणाम भयावह होगा। ऐसे वक्त पर जब भारत एक विकसित देश बनने के रास्ते पर है वह ऐसे किसी भी विरोध को नहीं झेल सकता।उन्होंनेलोगों से भ्रष्टाचार के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया।उन्होंने कहा आज छोटे-मोटे कामों को लेकर सरकारी अधिकारी, कर्मचारी वसूली कर रहे हैं।भ्रष्टाचार के दलदल में लोग आंकठ डूबे हुए हैं। जरूरत है कि हम एकजुट होकर भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष करेें।

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