होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। भले ही पशुओं की देखभाल एवं ईलाज हेतु होशियारपुर में स्थित पशु अस्पताल सराहनीय सेवाएं प्रदान कर रहा है, मगर समय को देखते हुए अस्पताल में आधुनिक सुविधाओं एवं मशीनरी की कमी के कारण गंभीर रुप से घायल जानवरों का ईलाज किया जाना संभव नहीं है। जिसके चलते लोगों को दूसरे बड़े शहरों का रुख करना पड़ता है। एक तरफ जहां पालतू पशुओं को लेकर लोग फिकरमंद हैं वहीं लावारिस जानवरों को चोट आदि लगने की स्थिति में अस्पताल में सुविधाओं एवं आधुनिक मशीनरी की कमी काफी खलती है। जिसके कारण कई पशु सही ईलाज न मिलने के कारण दम तोड़ जाते हैं। इसलिए सरकार को चाहिए कि वह पशु अस्पताल को आधुनिक सुविधाओं एवं मशीनरी से लैस करे, जोकि समय की मांग भी है।
सुविधाएं न होने से गंभीर रुप से घायल जानवर का ईलाज करने में असमर्थ है अस्पताल
उक्त अपील नई सोच के संस्थापक अध्यक्ष अश्विनी गैंद ने अस्पताल में आधुनिक मशीनरी की मांग करते हुए सरकार से की। अश्विनी गैंद ने बताया कि गांव घासीपुर के समीप से उन्हें सूचना मिली थी कि एक गाय गंभीर अवस्था में घायल पड़ी है, जिसकी टांगों पर गंभीर चोट लगी हुई है। जब वह कैचर वैन की मदद से गाय को अस्पताल लेकर पहुंचे तो वहां पर मामूली पट्टी एवं कुछ अन्य ईलाज का प्रबंध होने के कारण गाय को खड़ा किए जाने का कोई प्रबंध नहीं था। इसलिए अस्पताल में बड़े पशुओं के इलाज हेतु लिफ्टर एवं मूवेवल स्ट्रेचर न होने के कारण यह समस्या अधिक पेश आ रही है। इसलिए सरकार एवं पशु पालन विभाग से अपील है कि ऐसी जरुरी मशीनरी की मांग को जल्द से जल्द पूरा किया ताकि बड़े पशुओं का ईलाज भी संभव हो सके।
इस अवसर पर अशोक सैनी, योगेश योगी, अतुल दुआ, राजेश शर्मा, सोनू टंडन, नीरज गैंद तथा डा. जसपाल सिंह आदि मौजूद थे।