हमीरपुर (द स्टैलर न्यूज़), रजनीश शर्मा । मजदूरों के लिए हमेशा संघर्षशील सीटू ने अखिल भारतीय आवाहन बिजली के निजीकरण करने व श्रमिक कल्याण बोर्ड से मनरेगा व सभी निर्माण मजदूरों को बाहर करने के विरोध में हमीरपुर में प्रदर्शन किया। इस मौके पर विकास खंड अधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को मांग पत्र सौंपा गया । उल्लेखनीय है केंद्र सरकार ने बिजली क्षेत्र को निजी हाथों में सौंपने के लिए 2020 में बिजली बिल लाया है जिसके चलते देश के सभी बिजली बोर्डों को प्राइवेट करने का कार्य किया जा रहा है।
हिमाचल प्रदेश में उसी कड़ी में प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगवाने का कार्य कांग्रेस सरकार ने भी इस कदम पर नक्शे कदम पर आगे बढ़ते हुए टेंडर आवंटित कर दिए हैं। इससे बिजली के दाम का निर्धारण भी निजी कंपनियों के हाथ में चला जाएगा वह अपनी मर्जी के मुताबिक दाम तय कर सकते हैं। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार के बनने से बाद से ही जो श्रमिक कल्याण बोर्ड बना है उसके सभी तरह के लाभ मजदूरों को जो मिलते थे बंद कर दिए गए हैं। हालांकि लगातार आश्वासन के बावजूद भी काम किया नहीं जा रहा है।
सीटू के राष्ट्रीय सचिव ने क्या कहा
सभा को मुख्य तौर पर सीटू के राष्ट्रीय सचिव डॉक्टर कश्मीर सिंह ठाकुर सीटू के जिला सचिव जोगेंद्र कुमार ने संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने ने कहा कि लगातार सुखु सरकार भी मोदी सरकार के नक्शे कदम पर ही चल रही है और उसके चलते ही समाज के सभी वर्गों पर लगातार हमले किए जा रहे हैं। जिसका ताजा तरीन उदाहरण जो टैक्सी चालक हैं आज उन पर भारी भरकम टैक्स बढौतरी कर दी गई है। समाज के हर तबके पर किसी ना किसी तरीके से टैक्स और बढ़ाए जा रहे हैं और लोगों को मुसीबतों के दलदल में धकेला जा रहा है सीटू इसके खिलाफ अपनी लड़ाई और तेज करेगी।