हमीरपुर (द स्टैलर न्यूज़), रजनीश शर्मा। देश संविधान से चलता है और संविधान में दिये गये प्रावधानों के अनुसार कानून बनाए गए हैं। प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि कानून का पालन करते हुए अनुशासित जीवन व्यतीत करें। इसी कड़ी में आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला टौणी देवी की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा चलाये जा रहे सात दिवसीय विशेष शिविर में स्वयसेवकों द्वारा संविधान दिवस मनाया गया
यह जानकारी देते हुए प्रधानाचार्य रजनीश रांगडा ने बताया कि भारतीय संविधान देश को धर्मनिरपेक्ष, स्वायत्त और गणतंत्र भारतीय नागरिकों को सुरक्षित करने के लिए न्याय, समानता, स्वतंत्रता और संघ के रूप में गठन करने के लिए अपनाया गया था। भारतीय संविधान नागरिक कर्तव्यों के निष्ठा से निर्वहन और राष्ट्र सेवा के लिए हमें प्रेरित करता है। हम सबको अध्यन, अध्यापन के अलावा राष्ट्रहित में भी भागीदारी निभानी चाहिए ताकि राष्ट्रीय एकता को मजबूती मिले। इस अवसर पर प्रवक्ता सोनू गुलेरिया ने संविधान की प्रस्तावना का उल्लेख करते हुए उसका अर्थ बच्चों को बताया। उन्होंने कर्तव्य एवं अधिकारों का उल्लेख करते हुए अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की व्यवस्था संविधान में होने की बात कही। उन्होंने बच्चों को शिक्षा के अधिकार, मोटरयान अधिनियम, बाल विवाह, बाल श्रम आदि कानूनों के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि 26 नवंबर1949 को भारतीय संविधान को अंगीकृत किया गया था। डॉ. भीमराव अंबेडकर भारतीय संविधान के मुख्य वास्तुकार थे।
संविधान के प्रति उनका स्थायी योगदान भारत के सभी नागरिकों के लिए बहुत मददगार है। इसके बाद परिसर में संविधान दिवस पर शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें बच्चों, शिक्षकों, गैर शिक्षक कर्मचारियों ने संविधान की उद्देशिका पढ़कर शपथ ग्रहण की। इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी श्री विजय कुमार और श्रीमति सुमन रानी के साथ अन्य अध्यापक भी उपस्थित रहे।