होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। रयात बाहरा ग्रुप द्वारा युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए हर संभव यत्न कर रहा है उसे लड़ी दौरान रयात बाहरा ग्रुप ने फुटबॉल टूर्नामेंट का आयोजन किया था जिस में 32 टीमों ने हिस्सा लिया जिस में हर टीम ने अपना अपना बल दिखाया। जिस दौरान पहले सेमीफइनल में सिंघपुर, परसोता को 3-1 से हरा के और दूसरे सेमीफइनल में भुल्लेवाल राठां, शेरगढ़ को 3-0 से हरा के फाइनल में पहुंचा। फाइनल मुक़ाबला बहुत ही रोमांचिक था जिस में दोनों टीमों ने जोश और होश के साथ अपना खेल दिखाया। फाइनल मैच में सिंघपुर और भुल्लेवाल राठां की टीमों ने अनुशासन और आपसी तालमेल के साथ खेला। दोनों ने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया। आखिर सिंघपुर ने फाइनल मुक़ाबला 2-1 जीत कर नकद राशि के साथ ट्रॉफी पर अपना कब्ज़ा किया।
इस मौके जिला योजना बोर्ड होशियारपुर की चेयरपर्सन कर्मजीत कौर और मंजीत कौर एसपी हेडक्वॉटर्स होशियारपुर ने बतौर मुख्यमेहमान शिरकत की। खिलाड़ियों को संबोधन करते हुए एसपी मंजीत कौर ने कहा कि युवाओं को केवल खेलों और मेहनत का नशा करना चाहिए। उन्होंने कहा कि खेल हमें अनुशासन में रहना सिखाते हैं। युवा जो नशा करते हैं यह सिर्फ कुछ समय के लिए हमें ख़ुशी दे सकता है लेकिन जो खेल में जीत का नशा होता है वो हमारे शरीर को तंदरुस्ती और मानसिक ख़ुशी प्रदान करता है। अंत में एसपी मंजीत कौर ने दोनों टीमों के खेल की सराहना की और बधाई दी। इस मौके कर्मजीत कौर, चेयरपर्सन ने टीमों को बधाई देते हुए कहा कि युवा देश का भविष्य है अगर युवा ही नशे में लिप्त रहेंगे तो देश की तरक्की असम्भव है किसी भी देश और प्रांत का भविष्य युवा ही तय करते हैं।
इसीलिए खेलों को चुनों और नशे छोड़ों। डीएसपी तलविंदर कुमार ने भी युवाओं को नशे से दूर रहने के लिए के लिए अपील की। इस से पहले रयात बाहरा ग्रुप के चेयरमैन गुरविंदर सिंह बाहरा ने आए हुए मेहमानों का स्वागत किया और उन्हें स्मृति चिन्न देकर सम्मानित किया। इस मौके टूर्नामेंट में विजयी रही टीमों को ट्रॉफी के साथ नकद देकर सम्मानित किया। पहले स्थान पर सिंघपुर की टीम को ट्रॉफी के साथ 21000 रूपए की नकद राशि, दूसरे स्थान भुल्लेवाल राठां की टीम को 11000 रूपए की नकद राशि , तीसरे स्थान पर रहने वाली टीम को 5100 रूपए की राशि से देकर टीमों का हौंसला बढ़ाया।
इस टूर्नामेंट के को-ओडीनेटर गुरप्रीत झिंम, खेल अधिकारी थे। इस मौके कैंपस डायरेक्टर चंद्र मोहन, डॉ हरिंदर गिल, डॉ रंगनाथ सिंह, डॉ वीके धीर, डॉ मीनाक्षी, डॉ पल्लवी, डॉ कुलदीप वालिया, डॉ ज्योत्स्ना, प्रो मनोज कटुआल, हरिंदर जस्वाल, गुरप्रीत बेदी, कुलदीप राणा, प्रेम लता के अलावा छात्र और गांवों के सरपंच मौजूद थे।