होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। पंजाब का माहौल खराब करने की कोशिशों में लगी अलगाववादी ताकतें और मानवता के दुश्मन हिन्दू समाज को कमज़ोर समझने की गलती न करें। देश, धर्म और समाज की रक्षा के लिए हिन्दूओं ने शस्त्र उठाये हैं और शहादतों का जाम पिया है उक्त विचार एक मीटिंग के दरमियान नई सोच संस्था के संस्थापक अध्यक्ष गऊ सेवक अशवनी गैंद एवं पूर्व पार्षद सुरेश भाटिया बिट्टू ने प्रैस द्वारा बताया कि कल श्री काली माता मन्दिर पटियाला में एक नौजवान की तरफ से माता की मूर्ति की बेअदबी करने की मंशा लेकर सिंहासन पर चढ़ने की कोशिश की गई।
पुजारी और सेवकों ने मौके पर पकड़ा न होता तो कोई दुर्घटना घट सकती थी। इसी तरह पिछले दिनों नाभा शहर में शोभायात्रा में दो मुस्लिम युवकों द्वारा कैमिकल फैंकना और हिन्दूओं की आवाज़ उठाने वाले नेताओं को धमकियां आना कहीं न कहीं पंजाब पुलिस की नाकामी पर सवालिया निशान खड़ा करता है। श्री गैंद ने बताया कि पिछले 1 साल से मुकेरियां में हिन्दू धर्म के लिए आवाज़ उठाने वाले नेता वैनी मिन्हास को लगातार धमकियां आ रही हैं। लेकिन ज़िला प्रशासन द्वारा इस तरफ कोई कारवाई न करना समझ से परे है।
श्री गैंद एवं भाटिया ने कहा कि पंजाब में अलगाववादी ताकतें हिन्दू-सिक्ख भाईचारे को तोड़ने का प्रयास कर रही हैं और पंजाब सरकार मूक दर्शक बन कर इन चीज़ों को बढ़ावा दे रही है। संस्था सदस्यों ने पंजाब के मुख्यमन्त्री भगवंत सिंह मान जी से अपील की कि राजनीतिक रंजिशों को छोड़कर पंजाब में फैल रही अलगाववादी घटनाओं की ओर ध्यान दे ताकि पंजाब में फिर से 1980 वाला दौर न आने पाये। इस अवसर पर यशपाल शर्मा, मधुसूदन तिवाड़ी, नीरज गैंद, रविन्द्र गुप्ता आदि मौजूद थे।