21वीं सदी के विद्यार्थियों को पंरपरागत शिक्षा की जगह उद्योग आधारित शिक्षा को अपनाएं :डा. बावा

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)रिपोर्ट: गुरजीत सोनू। 21वीं सदी का युवा विद्यार्थी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के बेहतर प्लेसमेंट प्रदान करने वाली संस्थाओं को लेकर पहले के मुकाबले अधिक जागरूक हो रहा है। लेकिन बेहतर नौकरी व बहु राष्ट्रीय कंपनियों में प्लेसमैंट के लिए पारंपरिक शिक्षा को छोड़ कर इंडस्ट्री की मंग के मुताबिक प्रोफेशनल शिक्षा को अपनाने की ज़रूरत है। औद्योगिक संसार की तेज़ी के साथ बदलती हुई तकनीकों और ज़रूरतों को पूरा करने के लिए उभरते हुए विषयों में शिक्षा हासिल करने की ज़रूरत है।

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इसके लिए पंजाब के विद्यार्थी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छी प्लेसमेंट प्रदान करने वाली संस्थाओं को लेकर पहले की अपेक्षा और ज्यादा जागरूक हो रहे हैं। यह विचार चण्डीगढ़ यूनिवर्सिटी घड़ूंआं के उप-कुलपति डा. आर.एस. बावा ने होशियारपुर में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले कुछ वर्षों दौरान चण्डीगढ़ में मल्टीनेशनल कंपनियों की ज़्यादा आमद के कारण पंजाब सहित समूचे उत्तर भारत के विद्यार्थियों के लिए चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी मनपसंद संस्थाबन कर उभरी है।

-सी. यू सैट- 2018 के अंतर्गत दोआबा क्षेत्र के विद्यार्थियों को 10 करोड़ तक की स्कॉलरशिप की घोषणा

उप-कुलपति ने कहा कि कहा कि चण्डीगढ़ यूनिवर्सिटी इंडस्ट्री की ज़रूरतों के मुताबिक मैकाट्रोनिक्स, ऐरोस्पेस, ऑटोमोबाईल व पैट्रोलियम इंजीनियरिंग, एम.बी.ए बैंकिंग एंड फाइनेंशियल इंजीनियरिंग, एक्चूरियल साईंस एवं फि़ल्म प्रोडकशन जैसे अलग पाठ्यक्रम व विश्व की 170 से ज्यादा यूनिवर्सिटियों के साथ गठजोड़ स्थापित करके अपने विद्यार्थियों को रोजग़ार के बेहतर अवसर मुहैया करवा रही है। उन्होनें कहा कि आधुनिक संचार माध्यमों ने विद्यार्थियों को शैक्षिक संस्थाओं के मानक और परंपरागत पाठ्यक्रमों की जगह नये रोजगारमुखी पाठ्यक्रमों के बारे में जागरूक करने में अहम योगदान पाया है। यही कारण है कि आज विद्यार्थियों का इंजीनियरिंग और मैडीकल शिक्षा के अलावा नये पाठ्यक्रमोंं की तरफ रुझान बढ़ा है।

देश के युवाओं को शिक्षा के क्षेत्र में उभरते हुए क्षेत्रों में नयी कैरियर संभावनायों के बारे जागरूक करने के लिए चण्डीगढ़ यूनिवर्सिटी घड़ूंआं द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर विशेष जागरूकता अभियान शुरू किया गया है। जिसके अंतर्गत यूनिवर्सिटी द्वारा पंजाब के विद्यार्थियों के लिए विशेष तौर और निशुल्क कैरियर काउंसलिंग की सुविधा के लिए एक वैब पोर्टल की शुरुआत आज यहाँ यूनिवर्सिटी वाइस-चांसलर डॉ.आर.एस बावा द्वारा की गई।इसके लिए वैब पोर्टल पर यूनिवर्सिटी द्वारा प्रोफेशनल कैरियर कांउसलिंग की निशुल्क सुविधा आज से शुरू की गई है जिसके अंतर्गत इंडस्ट्री और अकादमिक के प्रसिद्ध माहिर पंजाब के बारहवीं व ग्रेजुएट नौजवान विद्यार्थियों को अलग -अलग क्षेत्रों में कैरियर की नई संभावनाओं के बारे में मार्गदर्शन करेंगे।

डा. बावा ने दोआबे विद्यार्थियों की अकादमी व रिसर्च में प्राप्त कार्यगुजारी की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस समय पंजाब से 10350 और दोआबे के 3740 व होशियारपुर के 450 से अधिक विद्यार्थी चंडीगढ़ यूनीवर्सिटी में उच्च शिक्षा हासिल कर रहे है जिनकी मैरिट और कैंपस प्लेसमैंट में कार्यगुजारी सराहनीय है। उन्होनें बताया कि प्लेसमेंट सैशन 2017 में दोआबा के 330 विद्यार्थियों को बहु राष्ट्रीय कंपनियों में नौकरियाँ प्राप्त हुई जिन में से 85 विद्यार्थी होशियारपुर तथा आसपास के क्षेत्र से हैं।

इसी तरह यूनिवर्सिटी की कंप्यूटर विज्ञान इंजीनियरिंग की छात्रा ऋषिका सैनी की उदाहरण देते हुए कहा कि उक्त छात्रा को 4 प्रमुख बहु -राष्ट्रीय कंपनियाँ टेक महिंदरा, विप्रो, कॉगनीजैंट व कैपजेमिनी ने नौकरी की पेशकश की है। इसी तरह यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे दोआबा की आई.टी की छात्रा सरबजोत कौर को सेपिऐंट, हिटैची और यूनीसिस की तरफ से एवं मैकैनिकल इंजीनियरिंग के विद्यार्थी पुनीत धीमान को टाटा टैक्कनालाजीस, डी.सी.एम इंजीनियरिंग जैसी नामी कंपनियों ने प्लेसमेंट प्रदान की है। डा.बावा ने बताया कि चण्डीगढ़ यूनिवर्सिटी उतरी भारत की ऐसी अकेली संस्था है,जिसने अपने विद्यार्थियों को विदेश में रोजग़ार के उच्च स्तरीय अवसर प्रदानकरने के लिए 40 देशों की 170 से अधिक विदेशी यूनिवर्सिटियों के साथ गठजोड स्थापित किया है।

डा.बावा ने कहा कि चण्डीगढ़ यूनिवर्सिटी के इंटरनेशनल ए1सचेन्ज प्रोग्राम को मिली अपार सफलता ने विद्यार्थियों के लिए विश्व स्तरीय शिक्षाऔर रोजग़ार के नये रास्ते खोल दिए हैं। उन्होनें बताया कि यूनिवर्सिटी ने अंतरराष्ट्रीय शैक्षिक प्रणालियों का गहराई के साथ अध्ययन करने और विदेशी खोज विधियों का अनुभव हासिल करने के लिए इस वर्ष 550 से अधिक विद्यार्थियों को सैमेस्टर एबरोड और इंटरनशिप प्रोगराम के अंतर्गत अमरीका, कैनेडा, इंग्लैंड, आस्ट्रेलिया आदि अलग -अलग देशों की उच्च यूनिवर्सिटियों में भेजने का लक्ष्य निश्चित किया है। उन्होनें कहा कि अलग -अलग विषयों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विशेष महारत हासिल अंतरराष्ट्रीय यूनिवर्सिटियों की तरफ से उक्त समझौतों के अंतर्गत चण्डीगढ़ यूनिवर्सिटी के 150 से अधिक विद्यार्थियों को विशेष स्कॉलरशिप भी प्रदान की जा रही है। उप -कुलपति ने कहा कि यूनिवर्सिटी की तरफ से दोआबा के होनहार विद्यार्थियों के लिए विभिन्न छात्रवृ8िा योजनाओं के अंतर्गत 100 प्रतिशततक की माली सहायता मुहैया करवाई जा रही है।
डा. बावा ने 2017 की प्लेसमेंट प्राप्तियों का जि़क्र करते हुए कहा कि इस वर्ष यूनिवर्सिटी ने रिकार्ड 492 बहु -राष्ट्रीय कंपनियों को कैंपस प्लेसमेंट के लिए बुला कर 5132 विद्यार्थियों को रोजग़ार प्रदान किया है,जिस के लिए चण्डीगढ़ यूनिवर्सिटी लिमका बुक ऑफ रिकाडज़ में नाम दर्ज कराने वाली उत्तरभारत की पहली एवं अकेली संस्था बन चुकी है। उन्होनें बताया कि 1340 विद्यार्थी ऐसे थे जो 2से अधिक कंपनियों की प्लेसमेंट प्राप्त करने में सफल रहे, साल 2017 के दौरान सब से अधिक 31.77 लाख तक के ऊँचे तनख़्वाह पैकेज की पेशकश की।

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