भारतीयों को नौकरी का लालच देकर रुस-यूक्रेन युद्ध में भेज रहे थे तस्कर, 4 गिरफ्तार

नई दिल्ली (द स्टैलर न्यूज़)। केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो मानव तस्करी के तहत भारतीय नागरिकों को रूसी सेना में भर्ती करता था। मानव तस्करी के इस मामले में सीबीआई ने गिरोह के 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। यह जानकारी सीबीआई अधिकारियों ने दी। अधिकारियों ने कहा कि दो आरोपियों, अरुण और येसुदास जूनियर को इस साल 6 मार्च को केरल से गिरफ्तार किया गया था, जबकि अन्य दो, निजिल जोबी बेन्सम और एंथनी माइकल एलंगोवन को मुंबई से गिरफ्तार किया गया था। जांच एजेंसी ने कहा कि अन्य आरोपियों के खिलाफ जांच चल रही है, जो मानव तस्करों के इस अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का हिस्सा हैं। बता दें कि 6 मार्च 2024 को सीबीआई ने एक बड़े मानव तस्करी नेटवर्क का भंडाफोड़ किया था, जो विदेश में आकर्षक नौकरी दिलवाने का वादा कर भोले-भाले भारतीय युवाओं को निशाना बना रहा था।

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ये तस्कर यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया और कभी-कभी स्थानीय संपर्कों या एजेंटों के माध्यम से भारतीय नागरिकों को रूस में उच्च वेतन वाली नौकरियों का लालच देते थे। सीबीआई ने कहा कि तस्करी किए गए भारतीय नागरिकों को युद्धक भूमिकाओं में प्रशिक्षित किया गया और उनकी इच्छा के विरुद्ध रूस-यूक्रेन युद्ध क्षेत्र में अग्रिम ठिकानों पर तैनात किया गया, जिससे उनका जीवन गंभीर खतरे में पड़ गया। अधिकारियों ने कहा कि आरोपी निगेल जोबी बेन्सोम रूसी रक्षा मंत्रालय में एक अनुबंध अनुवादक के रूप में काम कर रहा था और रूस में भारतीय नागरिकों की भर्ती के लिए काम कर रहे एक नेटवर्क के प्रमुख सदस्यों में से एक था। दुबई स्थित सह-आरोपी फैसल बाबा और रूस में रहने वाले अन्य लोगों ने चेन्नई में वीजा प्रक्रिया पूरी की और पीड़ितों के लिए रूस जाने के लिए हवाई टिकट बुक किए। इस बीच, आरोपी अरुण और येसुदास जूनियर रूसी सेना के लिए केरल और तमिलनाडु से संबंधित भारतीय नागरिकों की मुख्य भर्तीकर्ता थे।

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