पठानकोट जिले को भी कारनियल ब्लाइंडनैस फ्री जिला बनाएगी नेत्रदान संस्था

b2d7e0b2-3d20-4091-85c4-03fd36ca1c34पठानकोट। नेत्रदान संस्था पिछले 16 सालों से लोगों की सेवा करती आ रही है। इस समय में संस्था अनेक सामाजिक व धार्मिक कुरीतियों तथा भ्रमों में जकड़े लोगों को अलग-अलग धर्म के महत्वपूर्ण संतों, ऋषियों-मुनियों तथा सहयोगी साज सेवी संस्थाओं के सहयोह से नेत्रदान की महत्ता संबंधी लोगों को जागरुक करने में सफल रही है। संस्था के इन प्रयासों के चलते व्यक्तियों द्वारा मरणोपरांत 866 किए गए नेत्रदान तथा 17 मृत शरीर दान लेकर अलग-अलग सरकारी मैडिकल कालेजों को भेजे जा चुके हैं तथा कारनियल ब्लाइंडनैस लोगों को आंखे लगाकर रोशीन प्रदान की जा चुकी हैं। संस्था के सदस्यों द्वारा भरपूर जागरुकता प्रयत्नों के चलते आजकर 8218 व्यक्ति मरणोपरांत नेत्रदान के लिए प्रणपत्र भर चुके हैं। इस जागरुकता को पूरे पंजाब में पहुंचाने के लिए 426 नेत्रदानी परिवारों को अंतिम अरदास में पहुंचकर सनमानित किया जा चुका है। इसकी प्राप्ति संस्था द्वारा 782 जागरुकता कैंप/सैमीनार लगाकर व टैलीफिल्म के माध्यम से की गई व की जा रही है। इस नेक एवं महत्वपूर्ण सोच के प्रसार के लिए बटाला, धरीवाल, गुरदासपुर, कादीयां तथा पठानकोट में भी सहयोगी नेत्रदान संस्था स्थापित की जा चुकी हैं। इस सेवा के 16 साल सफलतापूर्वक पूरे होने पर तथा जिला होशियारपुर को बाईलेटरल कारनियल दृष्टिहीनों से मुक्त करने उपरांत संस्था ने पठानकोट जिले के सभी नेत्रहीन व्यक्तियों को भी रोशनी प्रदान करके इससे मुक्त करने का फैसला लिया है। इस नेक कार्य को पूरा करने के लिए नेत्रदान संस्था के सदस्य डा. अजय बग्गा सिविल सर्जन पठानकोट से मिले तथा इस संबंधी निवेदन किया। उन्होंने पहले तो संस्था का इस नेक सोच के लिए धन्यवाद किया तथा पूर्ण सहयोग का भरोसा दिया। प्रधान परमजीत सिंह सचदेवा ने बतया कि कारनियल नेत्रहीन व्यक्तियों को पुतली बदलने की सेवा बिलकुल मुफ्त करवाई जाती है तथा इस कार्य के लिए सरकारी मैडिकल कालेज अमृतसर का पूरा सहयोग प्राप्त है। उन्होंने यह भी बतया कि पंजा प्रदेश का कोई भी इस सेवा के लिए संस्था के साथ संपर्क कर सकता है। इस अवसर पर हरबंस सिंह, सुदेश कपाटिया, प्रो. बहादुर सिंह सुनेत, मलकीत सिंह के अलावा अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।

Advertisements

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here