होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: समीर सैनी। होशियारपुर के गांव बरोटी में पिछले डेढ साल से बनाई गई पानी की टंकी सफेद हाथी साबित हो रही है। आलम यह है कि ट्यूबवैल लगने तथा टंकी बनने के बावजूद गांव के लोगों को पीने का पानी नसीब नहीं हो रहा। इस मुख्य कारण पानी की टंकी और ट्यूबवैल के बीच पाइपें डालकर कनैक्शन ही नहीं किया गया बताया जा रहा है, जबकि डिलीवरी पाइपें पहले ही मंगवाकर रख ली गई थी बताया जा रहा है।
इस संबंधी जानकारी देते हुए गांव निवासियों ने बताया कि करीब डेढ साल पहले गांव में टंकी बनाकर तैयार हो गई थी तथा ट्यूबवैल भी लगवा दिया गया था। परन्तु ट्यूबवैल से टंकी तक पानी की सप्लाई हेतु पाइपें न डालने के कारण पानी टंकी तक नहीं पहुंच सका, जबकि घरों तक पानी सप्लाई करने के लिए डिलीवरी पाईपें पहले ही मंगवा कर रख ली गई थी, जोकि स्कूल के खेल मैदान में पड़ी-पड़ी क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं तथा पाइपों की हालत देखकर लगता है कि उनकी गुणवत्ता कितनी होगी।
इस मौके पर गांव निवासी कमलेश कुमारी, यमुना देवी, नीलम देवी, सत्या देवी, चमन राम, रुप लाल, संदेश कुमार, देसराज, सोमा, अनिल कुमार तथा अमर चंद आदि ने बताया कि इस काम के लिए पूर्व विधायक महिंदर कौर जोश ने इस कार्य के लिए 25 लाख रुपये की ग्रांट दी थी तथा सांसद विजय सांपला ने भी एक लाख रुपया दिया था। परन्तु अब पैसा न होने की बात कहकर सरपंच द्वारा काम को आगे नहीं बढ़ाया जा रहा है जबकि जो कार्य पहले होने चाहिए थे उनके न होने से सारा कार्य अटका पड़ा है। उन्होंने कथि तौर पर आरोप लगाया कि सरपंच ने मिलीभगत करके घटिया डिलीवरी पाइपें ले रखी हैं तथा ट्यूबवैल से टंकी तक की पाइपों को जानबूझ कर नहीं जुड़वाया जा रहा। जिसके चलते लोगों को पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। लोगों ने बताया कि उनके गांव में चौहाल से पानी की सप्लाई आती है तथा गांव में जो घर ऊंची जगहों पर हैं उन्हें पानी नहीं मिल रहा। जिसके कारण स्थिति और भी दुखद बनी हुई है। लोगों ने सरकार और जिला प्रशासन से अपील की कि ट्यूबवैल से टंकी तक की पाइपों को जल्द से जल्द जोड़ा जाए तथा डिलीवरी पाइपों को डलवाकर पानी की सप्लाई सुनिश्चित की जाए।
इस संबंध में बात करने पर सरपंच सुरजीत ने कहा कि जो पैसा उन्हें मिला था, उन्होंने उससे काम करवाए हैं तथा अब उनके पास पैसे न होने के कारण काम अटका हुआ है। उन्होंने गांव निवासियों द्वारा लगाए गए आरोपों को नकारते हुए बताया कि वे इस काम को पूरा करने के लिए प्रयासरत हैं तथा उम्मीद है कि जल्द ही इस संबंधी ग्रांट मिलने पर काम करवाया जाएगा।