होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। ईराक के मेसूल में आई.एस.आई.एस. आतंकियों द्वारा मारे गए 39 भारतीयों के परिवारों को मुआवजा और उनके परिवार में से एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने का प्रावधान करना चाहिए। उक्त मांग भारत सरकार से करते हुए श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के जिला अध्यक्ष लक्की ठाकुर ने सरकार द्वारा इस मुद्दे को गंभीरता से न लेने के लिए उसका निंदा करते हुए कही। लक्की ठाकुर ने कहा कि अगर समय रहते ईराक से बचकर आए भारतीय मसीह की बात को गंभीरता से लिया गया होता तो शायद सभी भारतियों को बचाया जा सकता था। मगर, सरकार ने उसकी एक भी बात को गंभीरता से नहीं लिया।
अब जबकि सांप निकल जाने के बाद लकीर पीटने के सिवाये हमारे पास कुछ नहीं बचा तो, ऐसे में सरकार को चाहिए कि वे पीडि़त परिवारों को मुआवजा एवं सरकारी नौकरी देकर उनके जख्मों पर मलहम लगाने का काम करे। लक्की ठाकुर ने कहा कि सरकार की यह नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि विदेशों में रोजी रोटी की तलाश में जाने वाले प्रत्येक भारतीय की सुरक्षा यकीनी बनाई जाए तथा जिन देशों में हालात ठीक नहीं हैं वहां पर भारतीयों के जाने पर पूर्ण तौर से प्रतिबंध लगाया जाए तथा उन देशों के साथ किसी तरह का कोई रिश्ता न रखा जाए। इस मौके पर करणी सेना यूथ के जिला अध्यक्ष अश्विनी ठाकुर जंगली, मोंटी ठाकुर, कुलविंदर बब्बू, जसपाल सिंह, अंकुश ठाकुर, हरदीप सिंह, हितेष, सुखविंदर, ऐरी होशियारपुरिया, गौरव आदि मौजूद थे।