होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। होशियारपुर में मंगलवार रात से ही बादलों की गर्जना तेज थी। सुबह होते-होते हलकी बारिश होने से एक तरफ मौसम में ठंडक बढऩे लगी थी तथा दूसरी तरफ किसानों की सांसें फूलने लगी थीं। क्योंकि इस समय बागबानी एवं परंपरागत फसलों के लिए बारिश का होना किसी बर्बादी से कम नहीं है। तेज हवाओं के साथ बारिश एवं ओलावृष्टि होने से भले ही देर सायं तक पारे में गिरावट आई हो, मगर किसानों की धडक़ने तेज ही रहीं। हालांकि रात करीब 8 बजे हवाएं और बारिश थमी तो कुछ राहत महसूस जरुर हुई। परन्तु तेज बारिश और ओलावृष्टि से कई इलाकों में बिजली सप्लाई भी प्रभावित रही। जिसे ठीक करने के लिए पॉवर कर्मी जुटे हुए थे।
बारिश से फसलों को होने वाले नुकसान संबंधी जानकारी देते हुए डिप्टी डायरैक्टर बागबानी विभाग डा. नरेश कुमार ने बताया कि इस समय में यह बारिश गेहूं के साथ-साथ बागबानी से जुड़ी समस्त फसलों के लिए नुकसानदायक है। उन्होंने बताया कि बारिश एवं ओले पडऩे से आम, किन्नू को नुकसान पहुंचता है, क्योंकि बारिश से आम पर पड़ा कुर एवं किन्नू को लगे फूल झड़ते हैं, जिससे झाड़ कम होता है। इसके अलावा आलू की फसल को भी नुकसान होगा। उन्होंने बताया कि तेज हवाओं के साथ गेहूं की फसल ढह जाती है और इससे दाने का रंग खराब होने का डर बना रहता है। डा. नरेश ने बताया कि अगर सुबह 22 मार्च से मौसम खुल जाता है तथा धूप निकलती है तो कुछ बचाव हो सकता है, अगर बारिश ही रही तो नुकसान बढऩे की उम्मीद है।