होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: गुरजीत सोनू। होशियारपुर शहर के सरकारी कालेज चौक, सुतैहरी रोड, सरकारी कालेज रोड, फगवाड़ा रोज व इससे जुड़े अन्य चौकों और मार्गों पर आज 2 मई को देर सायं एकाएक लोग जाम में फंस गए। किसी को समझ नहीं आ रहा था कि आखिर यह जाम क्यों लगा है और किसके कारण लगा है। आलम यह था कि जाम में फंसी एम्बुलैंस जोकि एक मरीज को उपचार हेतु अस्पताल लेकर जा रही थी को भी किसी ने रास्ता देना मुनासिब नहीं समझा।
इतना ही नहीं शहर के मुख्य मार्ग पर लगे जाम को खुलवाने और ट्रैफिक सुचारु करने के लिए पुलिस व ट्रैफिक पुलिस नदारद दिखी। सरकारी कालेज चौक पर मात्र एक मुलाजिम ए.एस.आई. अमरजीत ही दिखाई दिया, जोकि कड़ी मशक्कत से लोगों से जूझते हुए ट्रैफिक को सुचारु बनाने में लगा हुआ था। इसी बीच द स्टैलर न्यूज़ के पत्रकार गुरजीत सोनू जब जाम की कवरेज के लिए वहां पहुंचे तो उन्होंने पुलिस मुलाजिम के साथ मिलकर एम्बुलैंस को जाम से निकाला और गणतव्य की तरफ रवाना किया। शहर की लगभग समस्त सडक़ों पर लगे लंबे जाम को लेकर लोग अलग-अलग कयास लगा रहे थे। इतना ही नहीं जाम के कारण एक तनाव का माहौल बनना शुरु हो गया था।
काफी देर बाद पता चला कि कुछ लोग किसी मामले को लेकर कैंडल मार्च निकाल रहे थे, जिसके कारण जाम लगा। कैंडल मार्च निकलता रहा और लोग जाम से जूझते रहे। परन्तु इस दौरान पुलिस प्रशासन द्वारा ट्रैफिक को सुचारु करने के लिए पुख्ता प्रबंध न किए जाने का खामियाजा आम लोगों व राहगीरों ने भुगता। करीब दो-ढाई घंटे तक लगे लंबे जाम के कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
लोगों के मन में इस बात को लेकर रोष था कि अगर किसी को कोई प्रोग्राम करना है तो वे इस प्रकार करना चाहिए, जिससे दूसरों को कोई परेशानी न हो। इसके साथ-साथ प्रशासन को भी व्यवस्था सुचारु बनाए रखने हेतु प्रबंध करने चाहिए थे ताकि लोग समस्या से न जूझें। जिस प्रकार जाम में फंसी एम्बुलैंस को रास्ता नहीं मिल रहा था तो ऐसे में अगर मरीज की हालत गंभीर हो जाती और उसे कुछ हो जाता तो इसकी जिम्मेदारी लेने के लिए शायद कोई आगे न आता।