अस्पताल में इमरजैंसी प्रबंध असंतोषजनक, तुरंत बनाया जाए अलग वार्ड और तैनात किया जाए माहिर स्टाफ: तीक्ष्ण सूद

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। होशियारपुर में जिस प्रकार डायरिया अपने पैर पसार रहा है उससे निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग के प्रबंध संतोषजनक नहीं हैं। क्योंकि सिविल अस्पताल की इमरजैंसी में एक बैड पर 2-2 मरीजों को लेटाया जाना प्रबंधों की पोल खोल रहे हैं। इसके लिए अस्पताल में तुरंत प्रभाव से डायरिया के मरीजों के लिए अलग वार्ड एवं सैल बनाया जाना चाहिए जहां पर दवाओं का पूरा प्रबंध होना चहिए और माहिर स्टाफ की ड्यूटी 24 घंटे के लिए लगाई जानी चाहिए। क्योंकि जिस प्रकार मौसम के हालात हैं उससे इस बीमारी को काबू करने में कितने दिन लगें यह कहना मुश्किल होगा।

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डायरिया से मरने वालों के लिए तीक्ष्ण सूद ने की 10 लाख के मुआवजे की मांग, लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई के लिए करवाई जानी चाहिए मैजीस्ट्रेट जांच

इसलिए इससे निपटने के लिए तुरंत प्रभाव से कुछ आपातकालीन प्रबंध किए जाने जरुरी हैं। उक्त बात पूर्व कैबिनेट मंत्री तीक्ष्ण सूद ने सिविल अस्पताल में डायरिया के मरीजों को दिए जा रहे ईलाज एवं उनका कुशलक्षेम जानने दौरान कही। उन्होंने सरकार से मांग की कि डायरिया के कारण मरने वालों के परिवारों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा राशि दी जाए। मरीजों का ईलाज पूरी तरह से निशुल्क किया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि अस्पताल में डायरिया से निपटने के लिए किए गए प्रबंध पूरी तरह से असंतोषजनक हैं और उनकी मांग है कि जिन कारणों के कारण डायरिया फैला उनकी जांच के लिए सीवरेज एवं जल सप्लाई विभाग की एक उच्च स्तरीय टीम बनाई जानी चाहिए ताकि वे इस संबंधी समस्या का पता करके रिपोर्ट दे सके और उनके द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट पर तुरंत कार्रवाई करते हुए इनका समाधान किया जाना चाहिए।

इसके साथ ही इस बीमारी के महामारी बनने एवं इसमें लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हेतु इसकी मैजीस्ट्रेट जांच करवाई जानी चाहिए ताकि भविष्य में किसी तरह की चूक न रह सके। इस मौके पर मेयर शिव सूद के अलावा अन्य भाजपा नेता एवं कार्यकर्ताओं ने भी मरीजों का हालचाल जाना और अस्पताल में कुप्रबंधों पर चिंता प्रकट की।

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