चंडीगढ़,(द स्टैलर न्यूज़)। पंजाब के सामाजिक न्याय, अधिकारिता और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री स. साधु सिंह धर्मसोत ने कहा कि राज्य के विभिन्न शिक्षा संस्थाओं में पढ़ रहे अनुसूचित जाति और पिछड़ी श्रेणियों के विद्यार्थियों के पास वज़ीफ़ा स्कीमों का लाभ लेकर जीवन में आगे बढऩे का मौका है, जिसके द्वारा वह अपनी निश्चित मंजिल को प्राप्त कर सकते हैं।
धर्मसोत ने यह खुलासा करते हुए कहा कि विभाग ने पोस्ट-मैट्रिक स्कॉलरशिप स्कीम के अंतर्गत वज़ीफ़ा लेने के लिए राज्य के अनुसूचित जातियों और पिछड़ी श्रेणियों के विद्यार्थियों से ऑनलाइन आवेदन की माँग की है। उन्होंने कहा कि योग्य विद्यार्थी शैक्षिक सैशन 2018 -19 के लिए 1 अक्तूबर से 15 अक्तूबर, 2018 तक नए और रीन्यूअल आवेदन के लिए www.scholarships.gov.in वैबसाईट पर पोर्टल के द्वारा ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं।
-विद्यार्थी 1 अक्तूबर से 15 अक्तूबर तक कर सकते हैं ऑनलाइन आवेदन
धर्मसोत ने बताया कि शिक्षण संस्थाएं अप्लाई आवेदन को 31 अक्तूबर तक अपनी-अपनी सैंक्शनिंग अथॉरिटी को भेजेंगी। शिक्षण संस्थाएं समूचे आवेदन को 30 नवंबर, तक दुरुस्त करके फिर से सैक्शनिंग अथॉरिटी को ऑनलाइन भेजेंगी। इसी तरह 10 दिसंबर तक सैंक्शनिंग अथॉरिटी केस अपने-अपने विभागों को आगे फॉर्वड करेंगी।
उन्होंने बताया कि सम्बन्धित विभाग वज़ीफ़े के समूह केस सामाजिक न्याय, अधिकारिता और अल्पसंख्यक विभाग के पास 20 दिसंबर तक भेज सकेंगे और 20 दिसंबर को रात 10 बजे पोर्टल बंद कर दिया जायेगा। धर्मसोत ने बताया कि पोस्ट-मैट्रिक स्कॉलरशिप एस.सीज़ अधीन वह अनुसूचित जाति विद्यार्थी अप्लाई कर सकते हैं, जिनके माता-पिता की आय 2.50 लाख रुपए सालाना से कम हो। इसी तरह पोस्ट -मैट्रिक स्कॉलरशिप बी.सीज़ अधीन विद्यार्थियों के माता-पिता की आय 1 लाख रुपए सालाना से कम होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि उपरोक्त वर्गों के विद्यार्थी दसवीं के बाद विभिन्न पाठ्यक्रमों के लिए भारत में उच्च शिक्षा के योग्य हैं।