गन्ने की फसल का बकाया न देने पर किसान जत्थेबंदियों ने दी संघर्ष की चेतावनी

होशियारपुर/टांडा उड़मुड़ (द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: रिषीपाल। राज्य के किसानो की ओर से 2018-19 सीजन की गन्ने की पिराई के लिए एकजुट हो कर संघर्ष कर रहे है। वहीं निजी मिल मालिकों की ओर से गन्ने की कीमत 275 रूपए तक देने के लिए किया जा रहा प्रचार किसानों के लिए चिंता का विषय बन गया है। बीते दिनों चंडीगढ़ में गन्ने की कीमत व पिछले बकाए के मामलों को ले कर किसान जत्थेबंदियों की सरकार के नुमाईंदों से हुई बैठक भी बेनतीजा रही है।

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दोआबा किसान संघर्ष कमेटी के उम्मीदवार जंगवीर सिंह चौहान व मुकेश चंद्र ने बताया कि पगड़ी संभाल जट्टा लहर के आगू कंवलप्रीत सिंह काकी इत्यादि ने सरकार की ओर से मुख्य सचिव विश्वजीत खन्ना, काहन सिंह पन्नु केन कमिश्नर पंजाब, खेतीबाड़ी डायरेक्टर जसबीर सिंह बैंस व निजी मिल अधिकारियों के साथ बैठक की गई। उन्होंने बताया की बैठक के दौरान इस सीजऩ के लिए गन्ने की कीमत 350 रूपए प्रति क्विंटल करने के साथ-साथ पिछले बकाए देने की मांग की थी। उन्होंने बताया कि बैठक के दौरान उनकी मांगों को ले कर उन्हें सिर्फ भरोसा ही मिला है लेकिन कोई स्थाई हल नहीं निकला है जिस कारन बैठक बेनतीजा ही रही है।

उन्होंने कहा की सरकार इस मामले में निजी मिल मालिकों के साथ मिली हुई है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने इस हफ्ते मिलें चलने पर पिछला बकाया नहीं दिया तो सभी किसान जत्थेबंदियां मिल कर बड़े संघर्ष का ऐलान करेंगी जिसकी पूरी जिम्मेवारी प्रसाशन की होगी। इस दौरान अमरजीत सिंह संधु, रणजीत सिंह बाजवा, बलबीर सिंह सोहियां, जरनैल सिंह कुराला, प्रितपाल सिंह, नाजर सिंह केसोपुर इत्यादि भी मौजूद थे।

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