होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। श्री बांके बिहारी सेवा मंडल वैल्फेयर कमेटी होशियारपुर की तरफ से चेयरमैन पंडित दीपक शारदा की अगुवाई में रोशन ग्राउंड में आयोजित की जा रही श्रीमद्भागवत कथा के सातवें व अंतिम दिन की कथा का शुभारंभ मुख्य यजमान ब्रिजेश चंद्र अग्रवाल (विजय ब्राइडल) ने व्यास पीठ की पूजा करे किया। कथा का शुभारंभ कथा व्यास गौरव कृष्ण शास्त्री जी महाराज ने श्रीकृष्ण गोबिंद हरे मुरारी महामंत्र के साथ किया। उन्होंने कहा कि भगवान को भक्त सबसे प्रिय होता है तथा भक्त को भक्त एवं परोपकारी बनाने के लिए भगवान समय-समय पर उसकी परीक्षा लेते हैं ताकि वे भटके न। उन्होंने महाभारत में अर्जुन को अभिमान आने का प्रसंग सुनाते हुए बताया कि जब अर्जुन को अहंकार आ गया था तो उस समय भगवान की आज्ञा से श्री हनुमान जी ने उसके अहंकार को चूर किया था तथा प्रभु से ऊपर कुछ नहीं का ज्ञान देकर उसकी आंखे खोली थी।
चेयरमैन दीपक शारदा ने कथा के सफल आयोजन की सभी को दी बधाई
अर्जुन को जब अपनी गलती का एहसास हुआ तो उसने प्रभु एवं श्री हनुमान जी से क्षमा मांगी। ऐसी कई उदाहरणें हैं जब प्रभु ने अपने भक्त की रक्षा एवं सदमार्ग हेतु उसका मार्गदर्शन किया। उधव का प्रसंग सुनाते हुए उन्होंने समझाया कि उधव को अपने ज्ञान पर बहुत अहंकार था, मगर जब प्रभु ने उन्हें वृंदावन भेजा तो वहां गोपियों एवं गोप गवालाओं का प्रेम देख वे अपना ज्ञान भूल गए और प्रभु भक्ति में लीन हो गए। गौरव कृष्ण शास्त्री जी ने श्रीमदभागवत के महात्व को आगे बढ़ाते हुए भजनों के माध्यम से भगवान श्री कृष्ण की महिमा का गुणगान किया। इस अवसर पर महारास भी पेश की गई और श्रद्धालुओं ने भगवान के स्वरुपों के साथ फूलों की होली खेली। इस दौरान पंडार का दृश्य पूरी तरह से भक्तिमय और श्रद्धा से भर गया और हर कोई नाच-नाच कर राधा-कृष्ण की जयजयकार करके भक्तिलीन था। इस मौके पर चेयरमैन दीपक शारदा ने सात दिन की कथा में श्रद्धालुओं के उत्साह एवं श्रद्धा को नमन करते हुए गौरव कृष्ण शास्त्री जी द्वारा की गई कथा का अनुसरन करने की बात कही। उन्होंने कथा के आयोजन की सभी को बधाई देते हुए अगले वर्ष इससे भी अधिक भक्तिरंग बरसाने का महाराज जी से अनुरोध किया। जिस पर महाराज जी गौरव कृष्ण शास्त्री जी ने कहा कि प्रभु की इच्छा रही तो अगले वर्ष वे फिर होशियारपुर वासियों के दर्शन करने पहुंचेंगे।
इस दौरान इस मौके पर प्रधान रोहित शर्मा तहसील, दीपक अरोड़ा, रघुबीर बंटी, विश्वविख्यात फेस रीडर लक्की स्वामी जी, डा. रमन घई, रोहित राधे, धीरज शर्मा, विनोद शर्मा, अनिल, चेतन, सन्नी, गट्टा, काली सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।