होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: गुरजीत सोनू। प्रजापिता ब्रह्मा कुमारीज ईश्वरीय विश्वविद्यालय जगतपुरा में धार्मिक समागम को संबोधित करते हुए बी.के. ज्योति ने कहा कि चाहे हम शांति के लिए प्रयास करते हैं लेकिन हमारी कोशिश पूरी तरह से सफल नहीं हो रही। प्राकृतिक आपदाओं से भी हमें जूझना पड़ रहा है। जो भगवान को ध्यान में रखते हुए कर्म करते हैं, उनकी कर्म इंद्रियां कभी भी धोखा नहीं देती तथा धोखा देने की चंचलता समाप्त हो जाती है।
उन्होंने कहा कि रोग भी क्रोध का अंश है। इसीलिए हमें शीतलता को अपनाना चाहिए और हमें स्वपन में भी क्रोध का संस्कार नहीं आना चाहिए। इस मौके पर ज्ञान सिंह, पूर्ण चंद, चमन लाल, तिलक राज शर्मा, अवतार सिंह, अमन सूद, मनोरमा कालिया, नीलम कालिया, जसविंदर सिंह, दीपक पुरी, अशोक कुमार, किशोर चंद, जसविंदर, रक्षा, मीना, उर्मिल गोयल, शारदा, प्रिंस कुमार, अमृतलाल किरण आदि भी उपस्थित थे।
रोग भी क्रोध का अंश है, इसीलिए शीतलता को अपनाएं: बी.के. ज्योति
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