टांडा उड़मुड़ (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: रिषीपाल। अध्यापक संघर्ष कमेटी टांडा के बैनर तले नगर में राज्य सरकार की अध्यापक मारु नीतियों के खिलाफ व पटियाला में अध्यापकों पर हुए अत्याचार का विरोध करते मुख्यमंत्री का पुतला जलाया। अध्यापको ने शिमला पहाड़ी पार्क टांडा में एकत्र होकर रोष रैली करते हुए मुख्यमंत्री पंजाब की अर्थी फूंकी।
अध्यापक संघर्ष कमेटी के नेता अजीत सिंह रूपतारा, अजीब दिद्वेदी, भजनीक सिंह, अमर सिंह, गुरप्रीत सिंह, आदित्य ने कहा कि चुनावों से पूर्व अध्यापक धरनों में आकर बैठने वाले कैप्टन अमरिंदर सिंह अब मुख्यमंत्री बनने के बाद, अध्यापकों की मांगों का हल करने के लिए उन्हें समय नहीं दे रहे हैं। अगर उनके पास समय नहीं है तो उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
वक्ताओं ने इस अवसर पर शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार की ओर से पंजाब के स्कूलों में जबरदस्ती लागू किए गए गैर अकादमिक व बच्चों के दिमाग पर बोझ बनने वाले प्रोजेक्ट पढ़ो पंजाब पढ़ाओ पंजाब को मुकम्मल रुप से बंद करते हुए पंजाब की परंपरागत शिक्षा प्रणाली के अंतर्गत मेहनत से पढ़ाने की बात कही। वक्ताओं ने कहा अपने हक के लिए रोष प्रदर्शन करना भारत के नागरिकों का संवैधानिक हक है। पंजाब की कांग्रेस सरकार ने जबरदस्ती इस हक को अध्यापकों से छीनने की कोशिश की है और अध्यापकों का अपमान किया है। जिसके लिए पंजाब के सभी मुलाजिम कांग्रेस को माफ नहीं करेंगे और आने वाले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का सामूहिक बहिष्कार करेंगे।
पंजाब में कांग्रेस की सरकार बनने पर पहली ही कैबिनेट मीटिंग में कच्चे अध्यापकों को रेगुलर करने और वेतन बढ़ाने का चुनावी वादा करने वाले कैप्टन अमरेंदर सिंह के द्वारा कांग्रेस की सरकार के 2 साल बीत जाने के उपरांत भी अध्यापकों को पक्का करने और अन्य मसलों को हल करने के लिए करना तो दूर अध्यापकों से मिलने तक का भी समय नहीं है।
अपनी मांगो को लेकर पटियाला में रोष प्रदर्शन कर रहे थे तो दमनकारी नीतियां अपनाते हुए मुख्यमंत्री पंजाब कैप्टन अमरेंदर सिंह के निर्देशों पर पंजाब पुलिस ने अध्यापकों पर भारी लाठीचार्ज के साथ-साथ पानी की बौछारों के साथ कहर ढाया। इस मौके पर मनजिंदर सिंह, बलदेव सिंह, ममता कौशल, नवनीत कौर, हरजिंदर सिंह, राज कुमार, गुरदयाल सिंह, विरेंद्र कुमार, नरेंद्र मंगल, संदीप सिंह, मनदीप सिंह, लोकेश, प्रदीप, गुरचरण सिंह, स्नेह लता, प्रदीप कुमार, अमृतपाल सिंह आदि भी मौजूद थे।