टांडा उड़मुड़ (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: रिषीपाल। आल इंडिया एंड एसोसिएशन ऑफ बी.एस.एन.एल. के आह्वान पर बी.एस.एन.एल. टांडा ब्रांच के समूह कर्मचारियों ने केंद्र सरकार की प्राइवेट कपंनियों के चंगुल में फंसी मोदी सरकार की बी.एस.एन.एल. विरोधी नीतियों के विरोध में तीन दिवसीय हड़ताल शुरु की।
इस दौरान स्थानीय दफ्तर के सामने धरने पर बैठे कर्मचारियों ने मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। धरने पर बैठे कर्मचारियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ व मुलाजिम विरोधी नीतियों के खिलाफ जमकर भड़ास निकालते हुए कहा कि केंद्र सरकार द्वारा कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए बी.एस.एन.एल. को खत्म करने के उद्द्श्यों को कभी सफल नहीं होने दिया जाएगा। सरकार ने निजी कंपनियों के चंगुल में फंसी मोदी सरकार आज तक बी.एस.एन.एल. को 4 जी स्पैक्ट्रम नहीं दिया जोकि उन्हें मिलना चाहिए था।
उन्होंने अन्य मांगों से अवगत करवाते हुए कहा कि दूसरे पी.आर.सी. के बचे मुद्दों का हल किया जाए। इसी तरह 15 फीसदी फिटनेस के साथ तीसरा पी.आर.सी. लागू किया जाए, सरकारी नियमों के मुताबिक पेंशन कंट्रीब्यूशन का भुगतान किया जाए इत्यादि मांगों के हक में आवाज बुलंद की।
इस दौरान अवतार सिंह, रामलोक ब्रांच सचिव, हेमराज, गांधी राम, एस.डी.ओ. संतोख सिंह, एस.डी.ओ. रितेश बहल, सूरत सिंह, हरमीत सिंह, गुरसेवक सिंह, पुष्पिंदर सिंह, कंवलजीत सिंह, जसपाल सिंह, राजिंदर सिंह, इंदरजीत सिंह, सुखदेव चंद, अमरजीत सिंह, कुलवंत सिंह, ज्ञान चंद, अयाद अहमद, रविंदर सिंह इत्यदि भी मौजूद थे।