होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। श्री भगवान परशुराम सेना द्वारा केशो मंदिर होशियारपुर में सात दिवसीय श्री राम कथामृत का भव्य आयोजन जिलाध्यक्ष आशुतोष शर्मा के नेतृत्व में दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के सहयोग से किया जा रहा है। श्रीराम कथामृत के तीसरे दिन मुख्य यजमान जी.एम. आई.वी.वाई अस्पताल मुनीष जसवाल और सुरेश चन्द्र शर्मा थे। जबकि ज्योति प्रज्जवलित करने की रस्म जिलाध्यक्ष आशुतोष शर्मा, चीफ पैट्रन अजय ऐरी, स्वामी सज्जानानंद जी, साध्वी रूक्मणि भारती, डा. कमल चौधरी, वरूण वर्मा, बनीता शर्मा, विजय लक्ष्मी, सरोज देवी, गगनदीप ङ्क्षसह, सुनीता, इन्द्रजीत वर्मा, सुरिंदर कुमार विटन ने निभाई।
तीसरे दिन की कथा की शुरूआत दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान की और से श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी गरिमा भारती ने सीता स्वयंवर के बारे में बताया कि किस प्रकार प्रभु श्रीराम जी अपनी दिव्य लीलाओं को करते हुए गुरूकुल से अपनी शिक्षा का अध्यन करते हुए अयोध्या में पुन:लौटते है। तत्पश्चात् विश्वामित्र जी राजा दशरथ के पास प्रभु श्री राम व लक्ष्मण को मांगते है और श्रीराम अपने कार्य की पृष्ठ भूमि तैयार करते हुए मार्ग में ताडक़ा का वध करते है व आगे बढ़ते हुए गौतम ऋ षि की पत्नी अहल्या का अद्धार करते हैं एवं यज्ञ की रक्षा के उपरान्त गुरू विश्वामित्र जी के साथ जनकपुरी में प्रवेश करते हैं। और भगवाल शिव के धनुष तोडक़र जानकी जी से विवाह करते है। विवाह उत्सव में माताएं गोदान करती हैं।
साध्वी जी ने कहा कि गाय हमारी संस्कृति का आधार और समाज का मेरूदंड है जिसे सुरक्षित रखने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा गाय की रक्षा ही भारत की रक्षा है गाय माता को सुरक्षित करो जो हमारी कृषि तंत्र का आधार है जो पर्यावरण की दात्री है जो समाज का आधार हो उसे संरक्षित करो उठो भारत वासियों चलो संस्कृति की ओर बढ़ाओ गाय की ओर। अंत में प्रभु की पावन आरती में साध्वी रूक्मणि भारती, साध्वी राजविंदर भारती, साध्वी शिप्रा भारती, साध्वी धर्मा भारती, डा. कमल चौधरी, राजन नागी, दीपक प्रशर, के.सी.शर्मा, अरङ्क्षवद, अश्विन शर्मा, इन्द्रजीत वर्मा, पवन पासन और श्री भगवान परशुराम सेना व हिंदू संघ के सभी सदस्य और महानुभाव सम्मालित हुए।
कथा का समापन प्रभु की पावन आरती से हुआ। इस दौरान साध्वियों द्वारा भजनों से पूरा माहौल भक्तिमय बना श्रद्धालुओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। भगवान श्री परशुराम सेना की तरफ से तीसरे दिन भी श्रद्धालुओं के लिए लंगर लगाया गया। लंगर की सेवा प्रिंस शर्मा शाम चौरासी, रितनेश कुमार, राजा, राजेश नागी, दीपक नागी ने की।