आधुनिक खेती व वातावरण सुरक्षा में तालमेल समय की जरुरत: स्वतंत्र कुमार

होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: गुरजीत सोनू। मौजूदा समय में खेतीबाड़ी के साथ वातावरण पर उठ रहे प्रश्रचिन्ह के दौर में कई महत्वपूर्ण बदलाव करने की जरुरत है। राष्ट्रीय ग्रीन ट्रिब्यूनल के पूर्व चेयरपर्सन व सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस स्वतंत्र कुमार ने शिक्षा शास्त्री व समाज सेवी संजीव कुमार के साथ विशेष बातचीत दौरान कहा कि आज किसानों पर नाड जलाने के कारण वातावरण को नुक्सान पंहुचाने के आरोप आमतौर पर ही लग रहे हैं। जिसके लिए खेतीबाड़ी में इस प्रकार के बदलाव लाने होंगे कि किसानों को उनकी फसल का पूरा मूल्य भी मिले व वातावरण को नुक्सान भी न हो।

Advertisements

उन्होंने इस बात पर भी चिंता व्यक्त की कि आज खेतीबाड़ी में कीटनाशक दवाईयों का जरुरत से ज्यादा प्रयोग हो रहा है जिसके कारण फसल की क्वालिटी पर सीधा प्रभाव पड़ रहा है और उपभोक्ताओं को बीमारियों के साथ इसे भुगतना पड़ रहा है। एक प्रश्र के उतर में जसटिस कुमार ने कहा कि आज सरकार को ज्यादा गंभीर होने की जरुरत है ताकि आने वाली पीढिय़ों के लिए साफ पानी, साफ हवा व साफ वातावरण तैयार हो सके। विकास का मतलब यह नहीं होता कि हम वातावरण को दूषित करना शुरु कर दें। उन्होंने इसके लिए समूह भारत वासियों को अपील की कि वातावरण को अपनी आगामी पीढ़ी के लिए बचाकर रखना हमारे लिए बहुत जरुरी है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here