पूर्व जज सोढी ने किया तिवारी का बचाव, झूठी वीडियो सामग्री की निंदा की

चंडीगढ़ (द स्टैलर न्यूज़)। दिल्ली हाइकोर्ट के पूर्व जज रुपेंद्र सिंह सोढी ने कांग्रेसी नेता व उनके परिवार के बचाव में आते हुए, सोशल मीडिया पर फैलाई की जा रहे एक वीडियो क्लिप में लगाए गए आरोपों की निंदा की है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि उनका परिवार दिल्ली में सिख विरोधी दंगों में शामिल था। बेंच में शामिल होने से पहले जस्टिस सोढी ने स्वर्गीय इंदिरा गांधी के 2 हत्यारों सतवंत सिंह व केहर सिंह की तरह सुक्खा व जिंदा का भी बचाव किया था, ने कहा कि वह प्रौ. वी.एन. तिवारी को व्यक्तिगत तौर पर जानते थे और उनका सिख विरोधी दंगों के साथ कुछ भी लेना-देना नहीं था।

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जस्टिस सोढी ने खुलासा किया कि दिल्ली में सिख विरोधी दंगे होने से 6 महीने पहले ही प्रो. तिवारी का कत्ल कर दिया गया था। यदि प्रो. तिवारी उस वक्त जिंदा भी होते, तो उन्होंने अपनी जिंदगी की कीमत पर सिखों को बचाना था, क्योंकि वह एक अच्छे इंसान थे। दिल्ली हाइकोर्ट के पूर्व जज ने दंगा पीडि़तों को चेतावनी देते हुए कहा कि वे तिवारी के खिलाफ फैलाई जा रही ऐसी अफवाहों के हाथों में न खेले। उन्होंने कहा कि अकाली उनकी आवाज नहीं है और न ही वह भविष्य में उनकी आवाज बनेंगे। लोगों के मानवाधिकारों की रक्षा में कई केस लडऩे वाले प्रमुख जज ने कहा कि कांग्रेस ने कई बार दिल्ली में हुए दंगों के लिए खेद प्रकट किया है।

इसके अलावा दंगों में पूरी पार्टी नहीं, बल्कि कुछ नेता शामिल थे। जस्टिस सोढ़ी ने कहा कि वह हमेशा सच और न्याय के साथ खड़े हैं और आज वह मनीष तिवारी के साथ हैं, जिन्हें वह लंबे वक्त से जानते हैं और वह दंगा पीडि़तों सहित लोगों की असली आवाज बनेंगे।

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