कामकाज करने के साथ-साथ प्रभु की मानसी सेवा भी करें: गौरदास

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। श्री हिन्दू गौरक्षिणी सभा के तत्वाधान में केशो मंदिर में करवाई जा रही श्री भक्तमाल कथा में गौरदास जी महाराज ने कथा करते हुए मीरा बाई के भाई जयमल के भक्ति चरित्र का वर्णन किया। उन्होंने बताया कि जयमल भगवान श्री राम के बहुत बड़े भक्त थे। उनके गुरु जयमल को समझाते कि तुम राज काज करते रहो, लेकिन मानसी (मन से) सेवा करते रहो और राज काज भी करते रहो। जयमल प्रतिदिन एक प्रहर लगभग 3 घंटे अपने मंदिर में बैठकर श्री राम जी की मानसी सेवा करते एवं भजन करते रहे। एक बार उनकी मानसी सेवा के समय दुश्मन ने हमला कर दिया।

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ऐसे में भगवान श्री राम ने जयमल का रुप धारण करके दुश्मनों का सफाया करके वापिस मंदिर मं आकर प्रतिष्ठित हो गए। जयमल जी को जब यह पता लगा तो वे प्रभु पर बलिहार हो गए। महाराज के द्वारा राये भजन सीता राम जी की प्यारी राजधानी लागे पर विनोद कपूर, मनमोहन, विष्णु दिवाकर, गोपाल, विजय, बंटी नंबरदार, किशोर, विनोद, सोनू सहित समस्त श्रद्धालु झूम उठे और उन्होंने भगवान श्री राम का गुणगान किया। इस मौके पर नरेन्द्र कुमार व भूपेन्द्र कुमार ने गौरदास जी को फूल माला अर्पित करके आशीर्वाद प्राप्त किया। श्री हिन्दू गौरक्षिणी सभा के सदस्यों ने नगर निवासियों और धर्म प्रेमियों से आग्रह किया कि वह इस पावन पवित्र कथा में सपरिवार पहुंचे और भक्ति के सागर में डुबरियां लगाते हुए ज्ञान प्राप्त करें। कथा के उपरांत भंडारा लगाया गया।

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