होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। सामाजिक जागरुकता के लिए कार्यरत संस्था सवेरा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा बिना किसी का नाम लिए कड़ी नसीहत देने का जो फरमान जारी किया है कि बेटा किसी का भी हो मनमानी नहीं चलेगी व न ही उसे बर्दाश्त किया जाएगा का स्वागत किया है।
इस संबंधी आज यहां जारी एक प्रैस वित्रप्ति में सवेरा के कनवीनर डा. अजय बग्गा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने सभी नेताओं की आंख खोलने वाला संदेश जारी किया है, भले ही वह पार्टी से ही क्यों न जुड़ा हो।
प्रदानमंत्री की दी गई नसीहत का तेलंगाना के मुख्यमंत्री को भी सनुसरन करना चाहिए। क्योंकि उनके पार्टी के विधायक कृष्णराव के भाई ने पौधारोपण कार्यक्रम दौरान वन रेंज अधिकारी सी. अनीता राव के साथ दुरुव्यवहार किया था, के खिलाफ भी कार्यवाही करनी चाहिए।
डा. बग्गा ने कहा कि सरकार के अधिकारियों को अपना कर्तव्य निभाने के लिए शांतमयी वातावरण की आवश्यकता होती है। अगर कोई अधिकारी अपना कर्तव्य सही ढंग से नहीं निभाता तो उसकी शिकायत उसके उच्चाधिकारियों से की जा सकती है। मगर कानून व्यवस्था को अपने हाथ में लेना तथा हाथापाई पर उतर आना किसी भी सूरत में तर्कसंगत नहीं कहा जा सकता। अकसर देखा जाता है कि जब कोई नेता किसी मुकाम पर पहुंच जाता है व उसके पास कोई पॉवर आ जाती है तो उसके सके-सम्बंधी, भाई, भतीजे व बेटे आदि जनता के साथ सयंम से व्यवहार करना भूल जाते हैं तथा कानून को अपने हाथ से लेने से भी परहेज नहीं करते।
डा. बग्गा ने कहा कि ऐसे अहंकारी व अनुचित कार्य करने वालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही का प्रावधान किया जाना बहुत जरुरी है। जिसकी शुरुआत करने का संकेत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने दे दिया है, क्योंकि उन्होंने भाजपा के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे द्वारा एक अधिकारी को बल्ले से पीटने के मामले का संज्ञान लेने उपरांत सभी नेताओं और उनके सके-सम्बंधियों को नसीहत करते हुए सख्त हिदायत दी है। अगर मनमानी के कल्चर पर रोक न लगाई गई तो यह कल्चर हमारी सरकारी एवं प्रशासनिक प्रणाली को पतन की ओर ले जाएगा। डा. बग्गा ने कहा कि नेताओं को खुद भी चाहिए कि वे अपने बेटों व रिश्तेदारों को सरकारी तंत्र व आम जनता के साथ सभ्य व्यवहार करना सिखायें ताकि जनता व अधिकारियों का विश्वास नेताओं व पार्टियों के प्रति बना रहे।