होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: गुरजीत सोनू। शिक्षा विभाग में 25 साल तक बेदाग सेवा करने के पश्चात सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूल चौहाल में कार्यरत रही एसएस मिस्ट्रेस इंदु बाला सेवा मुक्त हो गई। उनकी सेवा मुक्ति पर आयोजित एक समागम में उनके साथी अध्यापकों ने इंदु बाला द्वारा सेवा के दौरान किए कार्यों को जमकर सराहा।
उन्होंने कहा कि सेवा मुक्ति के दिन भी इंदु बाला ने बच्चों को पढ़ाने का मौका नहीं छोड़ा। इस मौके पर प्रिंसीपल इंदिरा रानी, लेक्चरर संदीप कुमार सूद, लेक्चरर अशोक कालिया, मदन वीरा, राजीव भारद्वाज, लेक्चरर निर्मला देवी, जगदीप कौर, अवतार सिंह आदि ने कहा कि उन्हें इंदुबाला से बहुत कुछ सीखने को मिला। उन्होंने हमेशा ही सीखने की प्रवृत्ति को बढ़ावा दिया।
इस मौके पर इंदु बाला ने कहा कि उन्होंने सेवा के दौरान इस बात का प्रयास किया कि सरकार उन्हें जो वेतन देती है उसके साथ वह न्याय करें। उन्होंने कहा कि बच्चों को पढ़ाने से उन्हें मानसिक संतुष्टि मिलती थी। इसीलिए वह पढ़ाने का कोई मौका छोडऩा नहीं चाहती थी। उन्होंने कहा कि इस स्कूल के साथी अध्यापकों ने उन्हें जो सम्मान दिया उसके लिए वह हमेशा उनकी आभारी रहेंगी। इस मौके पर लेक्चरर बलविंदर कौर, लेक्चरर रजनी, लेक्चरर पूनम विरदी, लेक्चरर लवजिंदर सिंह, अंकुर शर्मा, सुनील कुमार, मनजिंदर कौर, परविंदर कौर आदि द भी उपस्थित थे।