बछवाड़ा/बेगूसराय(द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: राकेश कुमार। युं तो अंग्रेजों के शासन काल में काला पानी की सजा होती थी, मगर बछवाड़ा के दियारा इलाके के लोग सुशासन की सरकार एवं प्राकृतिक आपदा बाढ़ की विभिषिका के बीच काला पानी की ही सजा भुगत रहे हैं। पीडि़तों के लिए लंगर एवं राहत कार्य किए तो जा रहे हैं।
मगर, सिर्फ वैसी जगहों पर जहां दियारा से लोग भागकर सुरक्षित स्थानों पर आ गए हैं। बाकी के लोग जो दियारा में फंसे रह गये उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं, लिहाजा वे तो कालापानी की सजा ही भुगत रहे हैं। टापू तब्दील दियारा के पांच पंचायतों में नांव के सहारे जाकर लोजपा के प्रदेश नेता विनय कुमार सिंह ने बाढ़ पीडि़तों की मदद को हाथ बढ़ाया है।
बताते चलें कि पिछले 3-4 दिनों से दियारा के जलमग्न विभिन्न गावों में महज नांव के सहारे जाकर रेडिमेड भोजन एवं चुरा, गुड़, शक्कर, बिस्किट आदि का वितरण कर रहे हैं। दियारा में फंसे लोगों ने उक्त लोजपा नेता को डूबते को तिनके का सहारा करार दिया है। इस क्रम में विनय कुमार सिंह ने सरकारी व्यवस्था के प्रति काफी नाराजगी व्यक्त की है।