सरकारी अस्पताल में असुक्षित प्रसव कराना महिलाओं की विवशता: अवधेश

बछवाड़ा/बेगूसराय(द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: राकेश कुमार। पूर्व विधायक अवधेश राय नें मंगलवार 15 अक्तूबर को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बछवाड़ा का निरिक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि सरकारी अस्पतालों में व्यवस्था की घोर कमी के कारण मरीज नीजी अस्पतालों में ईलाज कराने को मजबूर हैं। सरकार शिशु मृत्यु दर नग्नय का ढिंढोरा पीट रही है और यहां एक भी शिशु रोग विशेषज्ञ नहीं है। प्रतिदिन दर्जनों महिलाएँ प्रसव कराने आती है मगर महिला चिकित्सक के आभाव के कारण गर्भवती महिलाएं ए.एन.एम. से असुक्षित प्रसव करवाने को मजबूर है। बछवाड़ा स्वास्थ्य केन्द्र में एक भी सर्जन चिकित्सक नहीं है।

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80 ए.एन.एम. की जगह मात्र 08 एएनएम से काम चलाना पड़ता है। घायलों के मरहम पट्टी एवं ड्रेसिंग करने के लिए भी एक भी ड्रेसर नहीं है। शुद्ध पेयजल के लिए उपलब्ध आरओ खराब रहने के कारण मरीज़ों को अस्पताल में अशुद्ध जल ही नसीब होता है अथवा दुकानों से खरीदने की विवश हैं। 35 बैड वाले अनुमंडल स्तरीय स्वास्थ्य केन्द्र में महज़ 03 आयुष, 03 एमबीबीएस एवं 01 दंत चिकित्सक से ही काम चलाना पड़ता है।

गुणवत्ता पूर्ण दवाओं के आभाव में भी मरीज़ों का सरकारी अस्पताल से मोह भंग होने का मुख्य कारण है। कहने को तो 02 लैब टेक्निशियन हंै मगर अनियमित उपस्थिति के कारण एक्स-रे, खून जांच एवं पेशाब जांच समेत अन्य जांच के लिए भी मरीज़ों को बाजार के नीजी जांच घर का रूख करना पड़ता है। पुर्व विधायक ने झल्लाते हुए कहा कि किसी भी दृष्टिकोण से यह अस्पताल अनुमंडल स्तरीय सीएचसी का मापदंड पूरा नहीं करता है। मौके पर सहायक अंचल मंत्री प्यारे दास, मुखिया पति राजेश शर्मा, दुनियालाल राय, कन्हैया कुमार, संतोष पासवान, नरेश चौधरी, रंधीर कुमार, विजय ईश्वर, सरिता कुमारी, सीमा कुमारी, पुर्व मुखिया रामविलास यादव, पवन यादव, सुनील राय, अरूण राय आदि उपस्थित थे।

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