जम्मू/राजौरी (अनिल भारद्वाज)। सेना के एक हैलीकॉप्टर की नियंत्रण रेखा के पास आपातकालीन लैंडिंग करवानी पड़ी। पालयट के सूझबूझ से सभी सवार बाल बाल बच गए। लेकिन जानकारी के मुताबिक एक स्थानीय व्यक्ति घायल हो गया। 22 नवंबर 1963, व 90 के दशक में भी सेना का एक हेलीकॉप्टर क्रेश हुआ था जिसमें भारी नुकसान हुआ था। पाकिस्तान आए दिन ताबड़तोड़ सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है।
बेदार मंडी ( पुंछ) कश्मीर मुशफराबाद सेक्टर हाजी पीर से जुड़ता है। वीरवार दोपहर को सेना अधिकारियों ने अग्रिम सेना चौकियों का दौरा करना था ।
उससे पहले ही बेदार में तकनीकी खराबी के चलते हैैलिकॉप्टर को क्रेश इमरजेंसी लैंड करना पड़ा। हेलीकॉप्टर में सवार उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल रणवीर सिंह के साथ 16 कोर कमांडर, 25 इन्फेंट्री डिवीजन राजौरी जीओसी, पालयट समेत सात दर्दनाक हादसे मेेँ बाल-बाल बच गए । लेकिन हेलिकॉप्टर की इमरजेंसी लैंड की चपेट में एक स्थानीय व्यक्ति मोहम्मद अशरफ पुत्र बजीर मोहम्मद घायल हो गया। जो उक्त स्थान पर मवेशियों के लिए हरा चारा काट रहा था। घायल व्यक्ति को उपचार के लिए स्थानीय सरकारी मंडी अस्पताल में लिए भर्ती करवाया गया।
22 नवंबर 1963 को भी सेना का एक हेलीकॉप्टर पुंछ के झलास में क्रेश हुआ था, जिसमें 6 सेना अधिकारी शहीद हो गए थे।
वीरवार घटना के संबंध में रक्षा प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि उत्तरी कमान के सैन्य कमांडर को ले जा रहे हेलिकॉप्टर को तकनीकी खामी के चलते पुंछ में लैंडिंग करनी पड़ी। चालक दल के सदस्य और यात्री सुरक्षित हैं।