गढ़शंकर (द स्टैलर न्यूज़)। जाट महासभा पंजाब व हरियाणा में अन्य 9 प्रदेशों के स्तर पर आरक्षण दिए जाने की मांग हर स्तर पर उठाएगी। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह हमारे आल इंडिया जाट महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी है तो पंजाब में आरक्षण की मांग को लेकर हम उनसे मिलेगे और वह हमारी मांग का पहल के अधार पर निवारण करेगें। यह शब्द पत्रकार वार्ता दौरान चंडीगढ़ में आल इंडिया जाट महासभा के राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीर सिंह ने कहे। उन्होंने हरियाणा के चुनावों के बाद बने समीकरणों पर प्रतिक्रिया प्रकट करते हुए कहा कि हरियाणा की जनता ने जिन्हें भाजपा के खिलाफ जाट मत देकर चुना। उन्होंने ही अब चुने जाने के बाद निजी हित साधने के लिए भाजपा के साथ हाथ मिलाकर मतदाताओं के साथ विश्वासघात किया है। उन्होंने जजपा व निर्दलीय विधायकों पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि इन नेताओं के इस फैसले से समाज के लोगो में रोष और नराजगी है।
आरक्षण की मांग को लेकर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को मिलेगी जाट महासभा
उन्होंने कहा कि जाट महासभा इन नेताओं को जाट आरक्षण, जेलों में बंद जाट समाज के बच्चों को रिहा करने के लिए तीन महीने का समय देती है। अगर ऐसा नहीं हुआ तो सभी विधानसभा हलकों में जाकर नए अंदोलन के तहत पंचायते कर लोगों को जागरूक किया जाएगा कि किस तरह इन नेताओं ने आपके साथ धोखा किया है। जिसकी शुरूआत डिप्टी सीएम दुष्यांत चौटाला के हलके ऊचाणा से की जाएगी। जिसके बाद क्रमवार अंदोलन आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा की जनता ने भाजपा की जातियों में बांटने की रणनीती को नकार कर भाजपा के खिलाफ अपने विवेक से वोट डाले।
उन्होंने कहा कि पंजाब में दिन प्रतिदिन जाट समुदाय की आर्थिक हालत खस्ता होती जा रही है। जो जाट कभी जमीन के बड़े-बड़े टुकड़ों के मालिक होते थे आज अधिकांश जाटों के पास नाममात्र जमीन रह गई है। जिसके चलते अब कमाई का अन्य कोई साधन उनके पास नहीं रह गया। जिस कारण पंजाब में भी अन्य राज्यों के पैर्टन पर जाटों को आरक्षण की अवश्यकता है। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने अपने समय में जाट समुदाय को आरक्षण देने की बात कही थी और कैबिनट में भी मामला लेकर आए थे। लेकिन बाद में उन्होंने आगे कोई कदम नहीं उठाया।
इस समय कैप्टन अमरिदंर सिंह यहां पंजाब के मुख्यमंत्री है तो हमारे अध्यक्ष भी है। इसलिए हम शीघ्र ही उनसे मिलकर जाटों को आरक्षण देने की बात उठाएगें। क्योंकि जाटों की आर्थिक हालत पंजाब में कमजोर हो चुकी है। आरक्षण मिलने से पंजाब के जाटों को पहले से ज्यादा सरकारी विभागों में नौकरियां मिलेंगी और उनकी आर्थिक हालत में सुधार हो सकेगा। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में पंजाब में जाट युवा व अन्य समुदायों के युवा नशे की गिरफ्त में बुरी तरह फंस कर अपने और अपने परिवारों को तबाह कर रहे है। जाट समुदाय में शादी समागमों पर किया जा रहा अंधाधुंध खर्च करने से पहले से ही आर्थिक तौर पर कमजोर जाट समुदाय कर्ज के बोझ में दबता जा रहा है।
इसलिए पूरे पंजाब प्रदेश में आने वाले समय जाट समुदाय को नशे के खिलाफ व नशे से हो रहे नुकसानों व अन्य समाजिक बुराईयों के खिलाफ जागरूक करने के लिए प्रोग्राम बना कर हर जिले मेें मुहिम शुरू की जाएगी। इसी के साथ प्रदेश में सभी जातियों व समुदाय में भाईचारक सांझ बढ़ाने के लिए भी काम किया जाएगा। इस समय पजंाब के महासचिव अजायब सिंह बोपाराय, महासचिव अवतार सिंह नेता, चंडीगढ़ महिला विंग की अध्यक्ष गुरतेज कौर सिद्धू, चंडीगढ़ के प्रदेशाध्यक्ष रजिंद्र सिंह, फतेहगढ़ साहिब के जिलाध्यक्ष अमृतपाल सिंह विर्क, पूनीत लाकड़ा राष्ट्रीय महासचिव युवा विंग, जाट महासभा के महासचिव दिल्ली सुनील सौलंकी, उपाध्यक्ष अशौक सौंलंकी, सचिव विनोद गरेवाल, दिल्ली वेस्ट लोक सभा हलके के अध्यक्ष मुकेश सौलंकी, उपाध्यक्ष जय प्रकाश माथुर, रामा नंद माथुर आदि मौजूद थे।