होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: गुरजीत सोनू। भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा आज पेश किया गया बजट वेतन भोगियों को खास निराश करने वाला निकला । कर्मचारी जो आज बजट से बहुत ही आशा लगाए बैठे थे, उन्हें कुछ मिलने की बजाय उल्टा देना पड़ सकता है। कहने को इस बजट को सरल किया गया है परंतु कर की पुरानी स्लैब की ऑप्शन देते हुए पेश किए गए बजट की मंशा को साफ कर दिया गया है।
नई स्लैब जिसे बढ़ा चढ़ा कर पेश किया गया है किसी भी रूप में वेतन भोगियों के हित में नहीं है। राकेश भार्गव सचिव पीएसईबी इंप्लाइज फेडरेशन पंजाब ने द स्टैलर न्यूज़ से बात करते हुए बताया कि जिस वेतन भोगी की कुल आय 1000000 रुपए है और यदि वो पुरानी स्लैब को आप्ट करता है तो उसे डेढ़ लाख रुपया सेविंग, 50,000 स्टैंडर्ड डिडक्शन हाउसिंग लोन का इंटरेस्ट 50000 रुपए और एच.आर.ए. 60000 की डिडक्शन काटकर 690000 रुपए की आय पर टैक्स देना होगा जो 50500 रुपए बनता है
और यदि यही वेतन भोगी नई स्लैब को आप्ट करता है और सरकार के कहने के अनुसार कोई झंझट मोल नहीं लेता है तो उसे नई दर जिसे घटाई हुई दर कहा जा रहा है कि अनुसार ढाई लाख से पांच लाख तक 12500 रुपए और पांच लाख से 7.50 तक 25000 रुपए और 7.50 लाख से दस लाख तक 37500 कुल 75000 देने होंगे । जो पुरानी लैब से 24500 रुपए ज्यादा हैं। इस तरह कर्मचारी वर्ग अपने आपको पूरी तरह ठगा सा महसूस करने लगा है। उन्होंने मांग की कि सरकार को पुन: इस नई स्लैव पर निर्णय लेना चाहिए।