होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। अगर आपके पास कार है और आपने भी टोल टैक्स देने के लिए उस पर फास्ट टैग लगवाया हुआ है तो यह खबर आपके लिए बहुत उपयोगी हो सकती है। क्योंकि भले ही आज हमारा देश डिजीटल इंडिया की तरफ बढ़ रहा है, लेकिन इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी के चलते डिजीटल में कई प्रकार की कमियों के कारण लोगों को आर्थिक शोषम का शिकार होना पड़ रहा है तथा कई बार तो घर बैठे हुए ही मोबाइल पर यह मैसेज आ जाता है कि आपके फास्ट टैग से फलां टोल नाका पर हइतने रुपये कट गए।
ऐसा मैसेज जब मोबाइल की स्क्रीम पर दिखता है तो एक बात तो व्यक्ति भौचक्का रह जाता है कि यह कैसे संभव है। मुसीबत तब बन जाती है जब उक्त स्थान पर कोई क्राइम हो जाता है व डिटेल में आपकी कार का टोल कटे होने की सूचना भी कम्प्यूटर द्वारा दिखाई जाती है। ऐसे में लोग जहां एक तरफ आर्थिक शोषण का शिकार हो चुके होते हैं तो दूसरी तरफ वहीं उन्हें कानूनी दांव पेच से भी गुजरने को विवश होना पड़ता है।
कुछ ऐसा ही मामला होशियारपुर के नजदीकी गांव अटलगढ़ से सामने आया है जहां पर गत रात्रि सोमवार 13 जून को घर में बैठे व्यक्ति के मोबाइल पर किशोरपुरा टोल प्लाजा क्रास करने पर 155 रुपये काटे जाने का मैसेज आया। यह मैसेज पढक़र उसके होश उड़ गए तथा वे अपनी कार को देखने के लिए बाहर दौड़ा। जब उसने कार को घर के भीतर ही पाया तो उसे समझ आया कि हमारा देश कितनी तेजी से डिजीटल हो रहा है। इतना ही नहीं इसके बाद थोड़ी-थोड़ी देर बाद उसे एक के बाद एक टोल प्लाजा से गुजरने दौरान काटे गए टोल संबंधी मैसेज आते रहे। इसके बाद वह इतना घबरा गया कि उसने इसकी जानकारी तुरंत चौकी पुरहीरां, माडल टाउन थाना को दी कि उसकी गाड़ी तो घर में है और वह कहीं गया ही नहीं तो उसका टोल कैसे कट रहा है। इस संबंधी जानकारी देते हुए खुशदीप सिंह ने बताया कि उन्हें हैरानी हुई कि वह घर पर हैं तथा टोल काटे जाने संबंधी उन्हें मैसेज कैसे आ रहे हैं।
उन्होंने बताया कि वह इस मामले को लेकर पूरी तरह से सतर्क हो गए और उन्होंने अपने रिश्तेदार को साथलेकर पुलिस को इस बारे में सूचना देनी जरुरी समझी। पुलिस चौकी पुरहीरां ने उन्हें बताया कि उनका गांव थाना मेहटीयाणा में आता है तथा वे वहां भी इसकी सूचना जरुर दें। जब वे वहां पहुंचे तो पता चला कि उनका गांव थाना सदर होशियारपुर के तहत आता है। इसके बाद उन्होंने थाना सदर पहुंचकर लिखित रुप से सारे घटनाक्रम की जानकारी दी और पुलिस को कार भी पेश करके अपने यहां होने के सबूत दिए। उन्होंने सरकार से अपील की कि इस प्रकार के फर्जीवाड़े को रोकने के लिए सख्त से सख्त कदम उठाए जाएं ताकि लोग आर्थिक शोषण से बचने के साथ-साथ किसी तरह की परेशानी से भी बचे सकें। पुलिस ने उन्हें आश्वासन दिया कि इस बारे में तहकीकात की जाएगी एवं उनके साथ किसी तरह की बेइंसाफी नहीं होने दी जाएगी।