Report By: Manpreet Singh
होशियारपुर/गढ़दीवाला (द स्टैलर न्यूज़)। सतगुरु माता सविंदर हरदेव जी महाराज जी के आर्शीवाद से संत निरंकारी सत्संग भवन गढ़दीवाला में मुखी महात्मा मोहन लाल व संचालक महात्मा सुरजीत सिंह जी के नेतृत्व में क्षमा याचना दिवस के संबंध में संत समागम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर संयोजक सुरिंदर सिंह सोखी तलवाड़ा विशेष तौर पर उपस्थित हुए। उन्होंने प्रवचन करते हुए कहा कि सतगुरु के हुक्म में रहकर की गई सेवा ही सफल होती है। निष्काम व बिना किसी इच्छा के की गई सेवा ही गुरसिख का गहना होता है। उन्होंने कहा कि हमेशा पक्के गुरसिखों का संग करना चाहिए क्योंकि जो खुद पक्का होगा वहीं आपको पक्का कर सकता है। जो सतगुरु का संदेश गुरसिखों के लिए आता है, उन्हें गुरसिख को जीवन में अपनाना ही कत्र्तव्य होता है।
उन्होंने बच्चे की उदाहरण देते हुए कहा कि अगर बच्चा अपने माता पिता के कहने में होगा तो बच्चे को माता पिता से कोई चीज मांगनी नहीं पड़ती, माता पिता अपने आप ही सभी वस्तुएं मुहैया करवा देते है। ऐसे ही यदि गुरसिख सतगुरु के कहने में होगा तो सतगुरु उसकी सभी मांगे पूरी होगी। गुरसिख का बस इतना कत्र्तव्य अपना अर्पण कर देवे, कहे अवतार गुरु दा काम है खाली झोली भर देवे। इस दौरान सेवादल के अधिकारियों व सेवादल के सदस्यों को क्षमा याचना शब्द गायन किया गया, जिसमें वार्षिक समागम के दौरान हुई भूलों की क्षमा मांगी गई। इस अवसर पर अन्य संत महात्माओं ने भी विचार पेश किए। मंच सचिव की भूमिका महात्मा अवतार सिंह ने अदा की। अंत में संचालक महात्मा सुरजीत सिंह जी ने आई हुई संगतो व संयोजक महात्मा सुरिंदर सिंह सोखी का धन्यवाद किया। इस अवसर पर भारी संख्या में संगत उपस्थित थी।