होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़)। प्रो. बहादुर सिंह सुनेत ने नाईस कंप्यूटर होशियारपुर की तरफ से सैनी भवन बहादुरपुर में करवाए गए कला मंथन कार्यक्रम दौरान कहा कि नेत्रहीन व्यक्ति ही रोशनी की सही अहमियत बता सकता है। उन्होंने कहा कि इस स्थान का कार्य जहां विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा प्रदान करना है वहीं विद्यार्थियों के चरित्र निर्माण के लिए समय-समय पर सैमीनार तथा अन्य कार्यक्रम करवाते रहना है।
इस प्रोग्राम में नेत्रदान संस्था के प्रधान प्रो. बहादुर सिंह सुनेत की तरफ से नेत्रदान संबंधी उपस्थित समूह विद्यार्थियों को मुकम्मल जानकारी दी गई। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए बताया कि 2 मिनट आंखें बंद करके मानव रोशनी देखने के लिए जल्द आंखें खोलने को हो जाता है परंतु उन लोगों की तरफ भी देखना जरूरी है जो कई-कई वर्षों से दुनियां देखने के लिए तरस रहे हैं। उन्होंने संबोधन करते हुए कहा कि वह समाज को फैले भ्रमों से निकालकर नेत्रहीन मुक्त समाज की सृजना करने के लिए आगे आना है।
इस मौके पर इंस्टीट्यूट एम.डी. प्रेन सैनी की तरफ से अपने विचार रखे तथा नेत्रदान मुहिम को घर-घर तक पहुंचाने के लिए विद्यार्थियों को अपील की। इस अवसर पर स्वीन सैनी, मिथुन ठाकुर की तरफ से विश्वास दिलाया कि वह पूरी तनदेही से नेत्रहीनता मुक्त समाज की सृजना के लिए नेत्रदान एसोसिएशन को हर संभव सहयोग देंगे। इस मौके पर एसोसिएशन के मैंबर इंजी. जसवीर सिंह, डा. गुरबख्श सिंह तथा हरभजन सिंह की तरफ से प्रबंधकों तथा विद्यार्थियों का धन्यवाद किया तथा नेत्रदान संबंधी जानकारी प्रदान करने के लिए लिटरेचर भी बांटा।