होशियारपुर में हाल ही में गांव डाडा में हुई अवैध माइनिंग से जुड़ा एक हाईप्रोफाइल मामला क्या सामने आया कई नेताओं की बोलती बंद हो गई। यहां तक कि खुला दरबार लगाकर अवैध माइनिंग का संज्ञान लेने वाले नेता जी चुप्पी काफी चर्चा का विषय बनी हुई है। अवैध माइनिंग के मुद्दे पर मौजूदा सरकार और नेतृत्व को आड़े हाथों लेने वाले नेता जी इस मुद्दे पर पूरी तरह से चुप्पी साधे बैठे हैं तथा यह भी चर्चा है कि इस मामले में उनके एक खासमखास का नाम आने से उनकी होंठ सिल से गए हैं तथा अब वे किस मुंह से कहें कि माइनिंग जायज है या नाजायज, जबकि सच सबको पता है।
लालाजी स्टैलर की राजनीतिक चुटकी
लेकिन फिर भी उसे बचाने तथा मामले पर पर्दा डालने के लिए नेता जी द्वारा अपने लिंक दौड़ाने भी शुरु कर दिए गए हैं। क्योंकि, यह भी माना जा रहा है कि अगर नेता जी के खासमखास का नाम बाहर आया तो उसके साथ उनकी बदनामी होनी तय है। इसलिए नेता जी ने ऐसी चुप्पी साधी है कि अवैध तो क्या वैध माइनिंग पर भी चर्चा नहीं हो रही। माना जा रहा है कि नेता जी यह रिस्क इसलिए भी नहीं लेना चाहते क्योंकि उन्होंने काफी मेहनत से एक बार फिर से लोगों के दिलों में जगह बनाने में सफलता हासिल की है और अगर इस मामले में उनके किसी करीबी का नाम आता है तो मामले का संज्ञान लेने वाले नेताजी को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। यह भी चर्चा है कि जब हमाम में सब नंगे हैं तो फिर कौन मुद्दा उठाएगा।
इसलिए एक चुप सौ सुख वाली कहावत को नेताजी चरितार्थ करते हुए चप्प रहने में ही भलाई समझे हुए हैं। फिर वही सवाल कि नाम बता दो, कौन से नेता जी हैं, भाई समझने वाले समझ गए, अब सारी बात मेरे मुंह से ही क्यों निकलवाना चाहते हो… कुछ तो खुद भी समझो। धन्यवाद। जय राम जी की।