होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। बीरबल नगर में मोहल्ले के कुछ लोगों द्वारा सडक़ के बीचोबीच लगाए गए पिल्लर के कारण मोहल्ला खासा चर्चाओं में है। आलम यह है कि मोहल्ले के कुछ लोगों द्वारा लगाए गए पिल्लर को लेकर निगम अधिकारियों को बताये जाने के बावजूद कोई कार्यवाही न होना कहीं न कहीं मिलीभगत की तरफ इशारा करता है। क्योंकि गत वर्ष निगम द्वारा शहर के अलग-अलग स्थानों पर सडक़ों एवं गलियों के बीचोबीच लगाए गए पिल्लर हटवाए गए थे तथा भविष्य में इस प्रकार से गाडर न लगाए जाने की हिदायत भी जारी की थी।
लेकिन उक्त स्थान पर लगे गाडर को लेकर एक दूसरे पर जिम्मेदारी डालने वाले निगम अधिकारियों की कार्यप्रणाली भी सवालों के घेरे में है। करीब एक माह पहले मोहल्ला निवासियों द्वारा सीमेंट का पिल्लर लगाया गया था। जिसके कारण वहां से गुजरने वालों को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। इसे लेकर समाचार प्रमुखता से समाचारपत्रों में आने के बाद इसे जब अधिकारियों के ध्यान में लाया गया तो उन्होंने उसे हटाने की बात कही थी। लेकिन एक दूसरे पर जिम्मेदारी डाल अधिकारी वर्ग इस मामले पर अपने फर्ज की इतिश्री करने में लगे रहे। हाल ही में पता चला कि सीमेंट के गाडर को हटा कर वहां पर लोहे का गाडर पक्के तौर पर लगा दिया गया है।
जिसे देख ऐसा लगता है कि आम शहरियों को नियमों की पालना का पाठ पढऩे वाला नगर निगम यह पर पंगू बन आंखें मूंद बैठा है। समस्या इस लिए भी गंभीर समझी जा रही है कि अगर किसी के घर में आग लगने जैसी स्थिति पैदा हो जाए तो ऐसी स्थिति में फायर ब्रिगेड को मौके पर पहुंचने में काफी दुविधा का सामना करना पड़ेगा तथा अंधेरे में पिल्लर का पता न होने के कारण कोई भी चोटिल हो सकता है। लेकिन रुतबे और पहुंच की धौंस के चलते कुछ लोगों के लिए पिल्लर अब प्रैस्टीज इशु भी बन चुका है, जिसे लेकर कोई भी इसका खुलकर विरोध नहीं कर रहा। इस संबंध में निगम अधिकारी हरप्रीत सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मामला उनके ध्यान में नहीं है तथा वे इस बारे में पता करें और इसके बाद ही कुछ कह पाएंगे।