होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: संदीप वर्मा। कोरोना की महामारी के चलते लोगों की सुरक्षा हेतु सरकार द्वारा अचानक लॉकडाऊन की घोषणा करदेने उपरांत प्रवासी मजदूरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। दिहाड़ी करने वाले मजदूर जो अपने घरों से दूर निकले थे अचानक लॉकडाइन की वजह से अपने काम पर ही फंस गए। इसी बीच बसें व ट्रेन आदि चलना बंद होने की वजह से वे लोग काफी परेशान हो गए।
-रविवार सुबह सोनीपत से डलहौजी के लिए निकले 3 युवक पहुंचे होशियारपुर
पैदल जाने का निर्णय लिया। सोनीपत से पैदल तो कभी किसी की सहायता लेते हुए आज होशियारपुर पहुंचे बंटी, सुरजीत व रमेश ने बताया कि वह गाड़ी लोडिंग का काम करते है तथा लॉकडाऊन के चलते उन्हें काम मिलना बंद हो गया व बसें-ट्रेन सब बंद थे। जिस कारण वह रविवार सुबह 5 बजे सोनीपत से पैदल ही पठानकोट, डलहौजी के लिए रवाना हो गए।
-जहां हैं मजदूर वहीं कैंप लगाना बेहतर: सीएम नीतीश
इसी बीच, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि बिहार लौट रहे लोगों की सुविधा के लिए बसें उपलब्ध करवाने से कोरोना के संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए लोगों की सुविधा के लिए जहां लोग हैं वहीं उनके लिए कैंप लगाए जाएंगे तथा इसके लिए जितना खर्च होगा राज्य सरकार इन कैम्पों पर जो खर्च आएगा उसका भुगतान करेगी।